मल्लिकार्जुन खड़गे (फोटो- नवभारत डिजाइन)
नई दिल्लीः राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को भाजपा सदस्य अनुराग ठाकुर द्वारा लोकसभा में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा कि इन टिप्पणियों से उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। खरगे ने भाजपा सांसद को यह चुनौती भी दी कि वह उन पर (खरगे पर) लगाए गए अपने आरोपों को साबित करें या फिर इस्तीफा दें।
राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सदस्यों के हस्तक्षेप के कारण, भाजपा सांसद को निचले सदन में वक्फ़ विधेयक पर बहस के दौरान की गई अपनी अपमानजनक टिप्पणी वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ‘‘लेकिन नुकसान तो हो चुका है।”
खड़गे बोले- मैं झुकूंगा नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष ने मांग की कि इस मुद्दे पर ठाकुर के साथ-साथ राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा को भी माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा करीब 60 साल का राजनीतिक जीवन एक खुली किताब की तरह है। कल अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में मुझ पर पूरी तरह झूठे और निराधार आरोप लगाए। जब मेरे सहयोगियों ने उन्हें चुनौती दी, तो उन्हें अपनी अपमानजनक टिप्पणी वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। लेकिन नुकसान तो हो चुका है।’
सोशल मीडिया पर खड़गे वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ‘मैं झुकूंगा नहीं’
अगर ये BJP के लोग मुझे डराकर झुकाना चाहते हैं, तो उन्हें याद दिला दूं कि मैं टूट जाऊंगा लेकिन कभी झुकूंगा नहीं ! I rise in deep anguish. My life has always been an open book, full of struggles and battles, but I have always upheld the highest values in public life. After almost… pic.twitter.com/SfykZTnqAY — Mallikarjun Kharge (@kharge) April 3, 2025
अनुराग ठाकुर और जेपी नड्डा मांफी मांगेः खड़गे
उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर के टिप्पणी वापस लेने के बावजूद, मीडिया और विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर यह मुद्दा छाया रहा। खरगे ने कहा कि मैं आज अनुराग ठाकुर के बेबुनियाद आरोपों की निंदा करने के लिए मजबूर हूं। मैं सदन के नेता से माफी की उम्मीद करता हूं, कम से कम इतना तो सत्तारूढ़ पार्टी कर ही सकती है और उसे यह करना चाहिए।
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उन्होंने ठाकुर को अपने आरोप साबित करने की चुनौती देते हुए कहा कि अगर भाजपा सांसद अपने आरोपों को साबित नहीं कर सकते, तो ‘‘उन्हें संसद में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर आरोप साबित हो जाते हैं, तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। खरगे के इतना कहने के बाद विपक्षी सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए।