प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी (फोटो-सोशल मीडिया)
Protest Aginst SIR: बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर विपक्ष का प्रदर्शन मानसून सत्र के 5वें दिन भी जारी रहा। बिहार विधानसभा चुनाव से चंद महीने पहले चुनाव आयोग के वोटर लिस्ट रिवीजन ने बिखरे विपक्ष फिर से एक जुट कर दिया है। शुक्रवार को भी संसद नहीं चल पाई। प्रश्नकाल के दौरान ही विपक्षी दल के सांसदों ने सदन में हंगामा किया। इसके बाद संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। वहीं कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा से लेकर मकर द्वारा तक पैदल मार्च निकाला।
विपक्षी सांसदों के इस पैदल मार्च में मुख्य रूप से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत अलग-अलग दलों के सैकड़ों सांसद शामिल हुए। मकर द्वार पर जब पैदल मार्च पहुंचा तो यहां सभी सांसदों ने वोटर लिस्ट रिवीजन के खिलाफ नारेबाजी। इसके अलावा वोटर लिस्ट रिवीजन का SIR लिखा हुआ पोस्टर भी फाड़ा।
पोस्टर फाड़ने की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने की। इसके बाद राहुल गांधी फिर प्रियंका गांधी ने पोस्टर फाड़कर डस्टबिन में फेंक दिया। इसके बाद मोदी सरकार हाय-हाय के नारे भी लगाए। विपक्षी सांसदों ने चुनाव आयोग के वोटर लिस्ट रिवीजन को लोकतंत्र विरोधी करार दिया है।
SIR (Special Intensive Revision) के नाम पर बिहार में वोट चोरी की जा रही है, जनता के मताधिकार छीने जा रहे हैं। आज INDIA गठबंधन के सांसदों ने SIR लिखे पोस्टर को फाड़कर इसका बहिष्कार किया। 📍संसद परिसर, दिल्ली pic.twitter.com/7Vx6uiL3WV — Congress (@INCIndia) July 25, 2025
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार गरीबों के मतदान का आधिकार छीनना चाहती है। वे केवल एलीट क्लास को वोट का अधिकार देना चाहिते हैं। केंद्र सरकार संविधान का पालन नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई एसआईआर के खिलाफ जारी रहेगी।
पैदल मार्च का वीडियो-
SIR वापस लो……मोदी सरकार हाय हाय pic.twitter.com/iUAJGlRPUt — Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) July 25, 2025
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वहीं खास बात ये है कि विपक्षी दल 28 जुलाई को प्रदर्शन छोड़ सदन में चर्चा के लिए राजी हो गए हैं। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में 28 जुलाई से सदन को सुचारू रूप से चलाए जाने पर सहमति बन गई है। 28 जुलाई को पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर से जुड़े विषयों पर चर्चा होगी।