नई दिल्ली. नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) ने मंगलवार को लोकसभा में ऑपरेशन गंगा (Opration Ganga) के आलोचकों पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने प्रत्येक भारतीय नागरिक के रक्षक के रूप में मिशन की कमान संभाली है। उन्होंने केवल भारत है जिसने अंतिम भारतीय नागरिक को वापस लाने तक अपना मिशन कार्य किया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “जब युद्ध शुरू हुआ, तो हमने बहुत सारी टिप्पणियां सुनीं- एडवाइजरी समय पर क्यों नहीं जारी की गई? भारत उन अग्रणी देशों में से एक है जिसने सबसे पहले एडवाइजरी जारी की थी। हमने 15, 18, 20 और 21 फरवरी को एडवाइजरी जारी की थी।”
PM took command into his hands, as 'pradhan sevak', as protector of every Indian citizen.Meetings were held day & night. As Hardeep Puri said he was in Guwahati, I was in MP. We received a phone call at 11.30 pm calling us back to Delhi, to be sent to Romania & Moldova: J Scindia pic.twitter.com/btLxVBMm9q
— ANI (@ANI) April 5, 2022
सिंधिया ने कहा, “प्रधानमंत्री ने प्रत्येक भारतीय नागरिक के रक्षक के रूप में ‘प्रधान सेवक’ के रूप में कमान अपने हाथों में ले ली। बैठकें दिन-रात होती थीं। जैसा कि हरदीप पुरी ने कहा कि वह गुवाहाटी में थे, मैं MP में। हमें रात 11.30 बजे एक फोन आया, जिसमें हमें दिल्ली वापस बुलाकर रोमानिया और मोल्दोवा भेजा जाना था।”
उन्होंने कहा, “ऑपरेशन गंगा जैसा अभियान पहले कभी नहीं हुआ। प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से इस अभियान का नेतृत्व किया व सरकार के चार मंत्रियों को इसे सुचारू रूप से पूरा करने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में इस हिदायत के साथ भेजा कि सारे बच्चों के आने के बाद ही आखरी फ्लाइट में वापस आना।”
हाल के दिनों में युद्ध के दौरान लोगों को सुरक्षित निकाले जाने का सबसे बड़ा अभियान हमने चलाया। कई देशों ने अपने लोगों को निकालने में असमर्थता दिखाई। हम ने अपने ही नहीं, दूसरे देशों के नागरिकों को भी सुरक्षित निकालाः #LokSabha में नागर विमानन मंत्री @JM_Scindia#Ukraine #Rule193 pic.twitter.com/zvG478UNg2
— SansadTV (@sansad_tv) April 5, 2022
उन्होंने आगे कहा, “कई देशों ने अपने मिशन (यूक्रेन में) बंद कर दिए थे। वे देश छोड़कर चले गए। यह केवल भारत है जिसने अंतिम भारतीय नागरिक को वापस लाने तक अपना मिशन कार्य किया था।”
नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा, “इंडिगो ने 35 उड़ानें संचालित कीं, एयर इंडिया ने 14, गो फर्स्ट ने 6, एयर एशिया ने 3, एयर इंडिया एक्सप्रेस और स्पाइसजेट ने 9-9 उड़ाने संचालित की थी। वहीं, 4 सी-17 भारतीय वायुसेना के ग्लोबमास्टर्स ने उड़ानें भरीं और 23,000 छात्रों को सुरक्षित निकाला।”