राजनाथ सिंह, (केंद्रीय रक्षा मंत्री)
Rajnath Singh News: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जोधपुर दौरे के दौरान मारवाड़ राजपूत सभा भवन में आयोजित एक समारोह में राजपूत समाज की वीरांगनाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए राजस्थान की वीरता, भक्ति और उदारता की भावना को सराहा। राजनाथ सिंह ने कहा, “मारवाड़ का इतिहास गौरवशाली रहा है। जब मैं सीमाओं पर तैनात जवानों से मिलता हूं, तो मुझे गर्व महसूस होता है।”
उन्होंने राजस्थान को “शक्ति और भक्ति की भूमि” बताते हुए भामाशाह जैसे दानवीरों की उदारता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राजस्थान ने न केवल वीर योद्धाओं को जन्म दिया, बल्कि मीराबाई, धन्ना भगत और पीपा भगत जैसे संतों के माध्यम से समाज को भक्ति और समरसता का मार्ग दिखाया।
इस धरती ने हमेशा देश को गौरवान्वित किया है। यहां के योद्धाओं ने प्राणों की आहुति देकर भारत माता का मान बढ़ाया, वहीं संतों ने समाज को आध्यात्मिक दिशा प्रदान की। राजस्थान की यह भूमि हमेशा से देश के लिए प्रेरणा का स्रोत रही है और भविष्य में भी रहेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा, “हमारे सैनिकों ने आतंकियों को उनके धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि उनके कर्मों के आधार पर जवाब दिया।”
उन्होंने भारत की सैन्य नीति की चर्चा करते हुए कहा, “हमने कभी किसी को छेड़ा नहीं, लेकिन अगर कोई हमें छेड़े, तो हम उसे छोड़ते भी नहीं।” उन्होंने बताया कि 22 अगस्त को पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद 23 अगस्त को सभी सेना प्रमुखों की बैठक बुलाई गई थी। इस दौरान सेना हर तरह की चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार थी।
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ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान हमारी सेनाओं को सीमावर्ती क्षेत्रों से पूरा समर्थन मिला। यह हमें सिखाता है कि देश की सुरक्षा केवल सरकार या सेना की नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। जब युवा और नागरिक जागरूक व समर्पित रहेंगे, तभी भारत हर चुनौती का सामना कर और अधिक मजबूत बनेगा। मैं युवाओं और नागरिकों से जागरूक और समर्पित रहने का आह्वान करता हूं, ताकि भारत हर चुनौती का डटकर सामना कर सके और और अधिक मजबूत बन सके।(एजेंसी इनपुट के साथ)