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नई दिल्ली: चीन के समाचार संस्थानों ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ के ‘एक्स’ खातों पर बुधवार को लिखा देखा गया कि एक कानूनी अनुरोध पर भारत में इन पर रोक लगाई गई है। इस संबंध में जानकारी के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को ईमेल किया गया लेकिन तत्काल कोई जवाब नहीं मिला है। यह घटनाक्रम चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों के लिए उसके नामों की घोषणा किए जाने की पृष्ठभूमि में आया है, जिसे पड़ोसी देश तिब्बत का दक्षिणी भाग होने का दावा करता है।
भारत ने बुधवार को अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों के नाम बदलने के चीन के कदम को ‘व्यर्थ और बेतुका’ बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि इस तरह के प्रयासों से इस ‘अस्वीकार्य’ वास्तविकता में कोई बदलाव नहीं आएगा कि यह राज्य ‘भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा’। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘हमने देखा है कि चीन भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश में स्थानों के नाम बदलने के अपने व्यर्थ और बेतुके प्रयासों में लगा हुआ है।” उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सैद्धांतिक रुख के अनुरूप, हम इस तरह के प्रयासों को स्पष्ट रूप से खारिज करते हैं।”
भारत सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स को 8,000 से अधिक खातों को ब्लॉक करने का आदेश दिया, जिनमें अंतरराष्ट्रीय समाचार संगठनों तथा प्रमुख यूजर्स के खाते शामिल हैं। सरकार ने बताया कि ये खाते राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश संबंधों और सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने वाली गलत सूचनाएं फैला रहे थे। टीआरटी वर्ल्ड और ग्लोबल टाइम्स के खाते भी इस कार्रवाई का हिस्सा हैं।
वहीं इससे पहले एशिया के सबसे बड़े मार्बल व्यापार केंद्र के रूप में विख्यात उदयपुर के व्यापारियों ने तुर्किये से मार्बल आयात बंद करने का निर्णय लिया है। इसका कारण तुर्किये का पाकिस्तान को समर्थन देना है।
उदयपुर मार्बल प्रोसेसर्स समिति के अध्यक्ष कपिल सुराणा ने बताया कि समिति के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि जब तक तुर्किये पाकिस्तान को समर्थन देता रहेगा, तब तक उसके साथ व्यापार नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारत में आयात होने वाले कुल मार्बल का करीब 70 फीसदी हिस्सा तुर्किये से आता है, लेकिन अब इस आयात को बंद किया जा रहा है।