राजनाथ सिंह, अमित शाह, जेपी नड्डा (फोटो-सोशल मीडिया)
नई दिल्लीः भारत युद्ध के मुहाने पर खड़ा है, पाकिस्तानी दुस्साहस का करारा जवाब भारतीय शसस्त्र बल दे रहे हैं। इस बीच देश के तीन प्रमुख मंत्रालयों की आपात बैठकें बुलाई गई हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साउथ ब्लॉक में रक्षा मंत्रालय की बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हो रही है। इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह देश के हवाई अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं।
ये बैठकें ऐसे समय में हो रहीं हैं, जब भारत और पाकिस्तान में सेमी वॉर छिड़ा हुआ है। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लांच कर आतंकी ठिकाने उड़ाए तो तिलमिलाकर पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन और मिसाइल छोड़े। हालांकि भारत ने सभी मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया। इसके बाद भारतीय आर्म्स फोर्सेज ने काउंटर अटैक कर दिया। इसके अलावा पिछले कई दिनों से पाकिस्तानी सेना LOC पर गोलीबारी कर रही है, जिसका भारत की तरफ से मुंहतोड़ जवाब दिया गया।
रक्षा मंत्रालय की बैठक में तीनों सेना के प्रमुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साउथ ब्लॉक में सीडीएस जनरल अनिल चौहान, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और रक्षा सचिव आरके सिंह के साथ स्थिति की समीक्षा की। इसके साथ ही अगामी रणनीति पर भी बातचीत हुई। बॉर्डर पर तनावपूर्ण माहौल को लेकर भी चर्चा हुई है।
गृह मंत्रालय की बैठक में राज्यों को आवश्यक निर्देश
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीमा की स्थिति और हवाईअड्डों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए बीएसएफ के महानिदेशक, सीआईएसएफ के महानिदेशक और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दोपहर 12:30 बजे बैठक की। इस बैठक में सीमा सुरक्षा और देश के अहम प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई। इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और प्रशासकों को पत्र लिखकर आवश्यक एहतियाती उपायों के कुशल कार्यान्वयन के लिए नागरिक सुरक्षा नियमों के तहत आपातकालीन शक्तियों का उपयोग करने के लिए कहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य ढांचे और तैयारियों पर मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने देश के अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में पूरी जानकारी दी। नियंत्रण केंद्र से अस्पतालों की पूरी निगरानी की जा रही है।