मुंबई: मेनका गांधी को हराकर सुल्तानपुर सीट पर जीत हासिल करने वाले समाजवादी पार्टी के सांसद रामभुआल निषाद के लिए आने वाले दिनों में मुश्किलें बढ़ने वाली है। मेनका गांधी ने उनके खिलाफ नामांकन के दौरान जमा किये गए एफिडेविट में आपराधिक मामला छिपाने का आरोप लगाया है। सुप्रीम कोर्ट में इससे संबंधित याचिका दायर की गई है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 20 सितंबर को सुनवाई करने वाला है।
मेनका गांधी ने अपनी याचिका में रामभुआल निषाद के खिलाफ आरोप लगाया है कि उन्होंने चुनाव के दौरान नामांकन करते हुए हलफनामे में अपने खिलाफ 12 मुकदमों की जानकारी नहीं दी। उन्होंने सिर्फ आठ आपराधिक मामलों की जानकारी दी थी, जबकि चार मुकदमों की जानकारी को छिपाया गया था।
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इससे पहले मेनका गांधी ने रामभुआल के निर्वाचन को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मेनका गांधी की याचिका उस समय खारिज कर दी थी। उसके बाद मेनका गांधी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
रामभुआल निषाद फिलहाल समाजवादी पार्टी से सुल्तानपुर के सांसद हैं। जिन्होंने 43,174 वोटो के अंतर से भाजपा की मेनका गांधी को हराया था। रामभुआल निषाद पहले भाजपा में थे लेकिन चुनाव से कुछ वक्त पहले वह सपा में शामिल हुए और मेनका गांधी को हराने के बाद उनका राजनीतिक कद काफी बढ़ गया है।
लेकिन अब जिस तरह से मेनका गांधी ने उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है, ऐसे में यह कहा जा सकता है कि आने वाले वक्त में रामभुआल निषाद की मुश्किलें बढ़ने वाली है।
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