
अल-फलाह यूनिवर्सिटी (सोर्स-सोशल मीडिया)
Faridabad Al-Falah University: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए ब्लास्ट ने पूरे देश को हिला दिया है। इस घटना के बाद हरियाणा की अल-फलाह यूनिवर्सिटी सुर्खियों में है। यहां से जुड़े तीन डॉक्टरों की गिरफ्तारी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि यूनिवर्सिटी आतंकी गतिविधियों का केंद्र कैसे बनी।
दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार शाम एक कार में हुए भीषण विस्फोट में 13 लोगों की मौत और कई घायल हो गए थे। जांच में सामने आया कि कार विस्फोटकों से भरी हुई थी। इस घटना के बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े तीन डॉक्टरों की गिरफ्तारी हुई। पुलिस ने कहा कि यह ‘‘सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल’’ जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़ा है, जो कश्मीर, हरियाणा और यूपी तक फैला हुआ था।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी हरियाणा के फरीदाबाद जिले के मुस्लिम बहुल धौज गांव में स्थित है। 76 एकड़ में फैला यह कैंपस अब जांच के घेरे में है। इसकी स्थापना 1997 में अल-फलाह इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में हुई थी और 2014 में इसे यूनिवर्सिटी का दर्जा मिला। यह हरियाणा प्राइवेट यूनिवर्सिटी एक्ट के तहत चलती है और NAAC से ‘A’ ग्रेड प्राप्त है।
जानकारी के अनुसार, यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले करीब 40% डॉक्टर कश्मीर से हैं। यहीं से गिरफ्तार किए गए डॉक्टरों में डॉ. मुजम्मिल गनई और पुलवामा के डॉ. मोहम्मद उमर नबी शामिल हैं। डॉ. उमर नबी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर था और शक है कि वही ब्लास्ट वाली कार चला रहा था।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी का संचालन अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट करता है, जिसकी स्थापना 1995 में हुई थी। ट्रस्ट के अध्यक्ष जवाद अहमद सिद्दीकी, उपाध्यक्ष मुफ्ती अब्दुल्ला कासिमी और सचिव मोहम्मद वाजिद हैं। वर्तमान में यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. भूपिंदर कौर आनंद और रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद परवेज हैं।
यहां 650 बेड वाला अस्पताल भी है, जहां मुफ्त इलाज किया जाता है। ब्लास्ट के बाद पुलिस ने पूरे दिन कैंपस में छापेमारी की और कई लोगों से पूछताछ की। जांच एजेंसियां अब यह समझने की कोशिश कर रही हैं कि आखिर यह संस्थान कैसे संदिग्ध नेटवर्क का हिस्सा बना।
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दिल्ली ब्लास्ट ने न सिर्फ देश की राजधानी बल्कि पूरे शिक्षण जगत को झकझोर दिया है। अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर जांच जारी है और अब सबकी नजरें इस पर हैं कि यह मामला आखिर किस दिशा में जाएगा।






