कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को समन भेजा है। ED ने उन्हें शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में 13 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले अभिषेक की पत्नी रुजिरा बनर्जी से ED ने कोयला चोरी मामले में करीब चार घंटे पूछताछ की।
अधिकारियों ने बताया कि जांचकर्ताओं के पास रुजिरा से पूछताछ के लिए तीन पृष्ठों की एक प्रश्नावली थी। रुजिरा दोपहर करीब 12.40 बजे सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ED के दफ्तर पहुंचीं। ED के एक अधिकारी ने बताया, “उनसे विदेशी बैंकों में कुछ खातों के बारे में पूछताछ की गई। उनका बयान दर्ज किया गया।”
The Enforcement Directorate (ED) summons TMC National General Secretary and MP Abhishek Banerjee on 13th June in connection with the ongoing Teacher recruitment scam.
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— ANI (@ANI) June 8, 2023
रुजिरा से ED के अधिकारियों द्वारा पूछताछ किये जाने के बारे में पूछे जाने पर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, “रहने दीजिए, यह मेरा पारिवारिक मामला है और मैं इस बारे में नहीं बोलना चाहती। रुजिरा परिपक्व महिला है। जरूरत पड़ने पर वह इस बारे में बात करेगी।”
रुजिरा को सोमवार को कोलकाता हवाई अड्डे पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाने वाली उड़ान में सवार होने से रोक दिया गया था। रुजिरा के साथ उनके दोनों बच्चे भी थे। उन्हें आठ जून को सुबह 11 बजे ED के समक्ष पेश होने का नोटिस थमाया गया था। हालांकि, वह अपने वकील के साथ दोपहर करीब 12.40 बजे सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचीं। वह पूछताछ के बाद ED के दफ्तर से शाम के करीब चार बजकर 20 मिनट पर निकली। मुख्यमंत्री के भतीजे अभिषेक ने आरोप लगाया कि उनके परिवार को परेशान करने का मकसद पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव से पहले उनके जनसंपर्क अभियान को रोकना है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और ED, दोनों ही एजेंसियां कोयला चोरी मामले में पहले भी रुजिरा से पूछताछ कर चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ईस्टर्न कोलफील्ड्स की बंद पड़ी खदानों से कोयला के अवैध खनन के आरोपों की जांच कर रही है। इस अवैध खनन के जरिये हजारों करोड़ रुपये के कोयले की चोरी किये जाने का आरोप है। ED मामले से जुड़े धन के लेन-देन की जांच कर रही है।
टीएमसी ने आरोप लगाया कि ED की कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का राजनीतिक प्रतिशोध है। राज्य में सत्तारूढ़ दल टीएमसी की प्रदेश इकाई के महासचिव कुणाल घोष ने कहा, “जब भी अभिषेक बनर्जी को तलब किया गया, उन्होंने सहयोग किया। लेकिन जिस तरह से उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है वह शर्मनाक है। यह और कुछ नहीं, बल्कि भाजपा का राजनीतिक प्रतिशोध है।”
उन्होंने दावा किया, “भाजपा पंचायत चुनावों से पहले टीएमसी के नबोजोवार अभियान से डरी हुई है और वह (ओडिशा) रेल हादसे से ध्यान भी भटकाना चाहती है।” वहीं, भाजपा की राज्य इकाई ने कहा कि सीबीआई और ED स्वतंत्र एजेंसी है और किसी राजनीतिक प्रभाव में नहीं हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “भाजपा का जांच से कोई लेना-देना नहीं है। आरोप बेबुनियाद हैं और यदि उन्हें कोई शिकायत है तो उन्हें अदालत का रुख करने दीजिए।” (एजेंसी इनपुट के साथ)