
मल्लिकार्जुन खरगे
Kharge in CWC Meeting: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को मोदी सरकार पर मनरेगा की जगह VB-G RAM G अधिनियम लाए जाने को लेकर जमकर हमला बोला। खरगे ने इसे ‘गरीबों के पीठ में छुरा घोंपने’ जैसा कदम बताया और कहा कि इस मुद्दे पर राष्ट्रव्यापी जनांदोलन खड़ा करना होगा। वह कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक को संबोधित कर रहे थे, जिसमें उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों की निंदा की और इसे भारत के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बताया।
खरगे ने कांग्रेस नेताओं से आगामी विधानसभा चुनावों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया और कहा कि यह भी सुनिश्चित करना होगा कि SIR (स्मार्ट आईडी रजिस्ट्रेशन) जैसे उपायों के तहत लोकतांत्रिक अधिकारों को सीमित करने की साजिशें न होने पाए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के मतदाताओं के नाम काटे जाने की कोई कोशिश नहीं होने दी जाएगी।
“हम आज ऐसे समय पर इकट्ठा हुए हैं, जब देश में लोकतंत्र, संविधान और नागरिकों के अधिकारों पर गंभीर संकट मंडरा रहा है,” खरगे ने बैठक में कहा। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि “हाल में संसद के शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार ने मनरेगा को समाप्त कर दिया, जिससे करोड़ों गरीबों और कमजोर वर्ग के लोग बेसहारा हो गए। यह गरीबों के पेट पर लात मारने और उनकी पीठ में छुरा घोंपने जैसा है। मोदी सरकार ने काम के अधिकार पर सुनियोजित और क्रूर हमला किया है।”
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खरगे ने यह भी कहा कि मोदी सरकार को गरीबों की कोई चिंता नहीं है, बल्कि उन्हें केवल बड़े पूंजीपतियों के मुनाफ़े की चिंता है। उन्होंने मनरेगा को यूपीए सरकार का एक दूरदर्शी कदम बताया, जिसे पूरी दुनिया ने सराहा। “यह योजना ग्रामीण भारत का चेहरा बदलने वाली थी और पूरी दुनिया में सबसे बड़ा ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम बन गई। इस योजना ने पलायन को रोका और गांवों को अकाल, भूख और शोषण से मुक्ति दिलाई। इसने दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और भूमिहीन मज़दूरों को यह भरोसा दिलाया कि गरीबी से जंग में सरकार उनके साथ खड़ी है।”






