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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों के रूप में नियुक्ति के लिए केंद्र सरकार को हाई कोर्ट के पांच न्यायाधीशों के नामों की सिफारिश की है। चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ के नेतृत्व वाले कॉलेजियम ने उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पंकज मिथल के नाम की सिफारिश की। वहीं, इनके साथ ही जस्टिस संजय करोल, पीवी संजय कुमार, अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और मनोज मिश्रा के नामों की सिफारिश की गई है।
बता दें कि, जस्टिस पंकज मित्तल राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस हैं, वहीं जस्टिस संजय करोल पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस हैं, जबकि जस्टिस पीवी संजय कुमार मणिपुर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस हैं, जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह, पटना हाई कोर्ट के जज हैं और जस्टिस मनोज मिश्रा इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायाधीश हैं।
केंद्र सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में जस्टिस दीपांकर दत्ता के नाम को मंजूरी मिलने के बाद कॉलेजियम ने शीर्ष अदालत में रिक्तियों को भरने पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को पहली बार बैठक की।
उल्लेखनीय है कि, जस्टिस दत्ता के शपथ ग्रहण के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की कुल संख्या 28 हो गई है, वहीं, अब 6 पद खाली हैं। उच्चतम न्यायालय में चीफ जस्टिस सहित न्यायाधीशों के 34 स्वीकृत पद हैं। वहीं, 4 जनवरी को न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर की सेवानिवृत्ति के साथ यह संख्या घटकर फिर से 27 हो जाएगी। फ़िलहाल में 28 न्यायाधीशों में से 9 न्यायाधीश 2023 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
सूत्रों ने कहा कि कॉलेजियम में आमतौर पर प्रधान न्यायाधीश और चार वरिष्ठतम न्यायाधीश शामिल होते हैं, लेकिन इसमें बदलाव आया है और अब इसमें न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को जगह मिलने के साथ छह सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि शीर्ष अदालत परिसर में करीब दो घंटे तक चली कॉलेजियम की बैठक में कई नामों पर विचार-विमर्श किया गया।
उच्च न्यायालयों के लिए न्यायाधीशों के नाम तय करने वाले शीर्ष तीन न्यायाधीशों वाले कॉलेजियम ने केंद्र को झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति संजय मिश्रा के नाम की सिफारिश की है। सूत्रों ने यह भी कहा कि कॉलेजियम ने जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति एन कोटेश्वर सिंह के नाम की सिफारिश करने का प्रस्ताव भी दिया है।
अगले साल जनवरी में न्यायमूर्ति नज़ीर के सेवानिवृत्त होने के साथ ही न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी छह सदस्यीय कॉलेजियम का हिस्सा बन जाएंगे। न्यायमूर्ति खन्ना 11 नवंबर, 2024 को प्रधान न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की जगह लेने के लिए कतार में हैं।