TMC नेता के बयान पर अयोध्या के संत समाज में गुस्सा (फोटो- सोशल मीडिया)
Madan Mitra Lord Ram Remark Ayodhya Saints Angry: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा द्वारा भगवान राम को मुसलमान बताए जाने के बाद देश की राजनीति और धर्मनगरी अयोध्या में भारी उबाल आ गया है। विधायक के इस विवादित बोल का वीडियो वायरल होते ही अयोध्या का संत समाज भड़क उठा है। संतों ने इसे सनातन धर्म पर सीधा हमला बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है और केंद्र सरकार से विधायक पर तत्काल राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई करने की मांग कर डाली है।
टीएमसी विधायक मदन मित्रा एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, तभी उन्होंने भगवान राम की धार्मिक पहचान को लेकर यह आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। वायरल वीडियो में उन्हें यह कहते सुना गया कि राम एक मुस्लिम थे, हिंदू नहीं। इस बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई है और बीजेपी ने भी इसकी कड़ी निंदा की है। हालांकि, सबसे ज्यादा आक्रोश अयोध्या में देखने को मिल रहा है, जहां संतों ने विधायक की मानसिक स्थिति और डीएनए पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि लगता है TMC का दिमाग घूम गया है। उन्होंने कहा कि इस्लाम 1400 साल पुराना है और प्रभु राम का जन्म लाखों वर्ष पूर्व हुआ था, ऐसे में उन्हें मुस्लिम बताना मूर्खता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हिंदू जनमानस ने चार चप्पल मार दी तो इनकी भाषा सुधर जाएगी। वहीं, करपात्री महाराज का गुस्सा सातवें आसमान पर दिखा। उन्होंने कहा कि विधायक पागल हो गया है या उसका डीएनए मुसलमान का है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर वह TMC विधायक अयोध्या आए तो उन्हें सरयू नदी में फेंक दिया जाएगा।
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वरुण दास जी महाराज ने तंज कसते हुए कहा कि विधायक की भाषा निंदनीय है, लेकिन अगर उन्हें ऐसा लगता है तो कल से सभी मुसलमानों को प्रभु राम की पूजा और आरती शुरू कर देनी चाहिए। मदन मित्रा को चाहिए कि वह मुसलमानों का आवाहन करें कि वे चंदन लगाएं और राम जी की आरती उतारें। वहीं सीताराम दास ने कहा कि प्रभु राम जन-जन के परमेश्वर हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मांग की है कि सनातन संस्कृति पर कुठाराघात करने वाले ऐसे नेता पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाया जाए और जेल भेजा जाए।