अनिल विज (सोर्स-सोशल मीडिया)
चंडीगढ़: हरियाणा में मंत्रालयों को बंटवारे के बाद अनिल विज पूरी तरह से एक्टिव हो गए हैं। चर्चा भले है कि सीएम की कुर्सी और फिर गृह विभाग न मिलने के कारण अनिल विज हताश हैं लेकिन दूसरी तरफ उनका व्यवहार कुछ अलग ही कहानी बयां कर रहा है। वह, नायब सिंह सैनी कैबिनेट में विभागों के बंटवारे से संतुष्ट हैं, जिसकी तस्दीक उन्होंने मीडिया से बातचीत में भी की है।
हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज को बिजली विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। बिजली विभाग के अलावा उनके पास परिवहन और श्रम विभाग भी है। हरियाणा सरकार ने मंत्रियों को विभागों के आवंटन के लिए सोमवार को अधिसूचना जारी की थी। विभागों के बंटवारे के बाद अनिल विज पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं।
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अनिल विज ने मीडिया से कहा कि आधी रात 12:05 बजे मुझे व्हाट्सएप पर गजट नोटिफिकेशन मिला, जिसमें लिखा था कि मुझे परिवहन, बिजली और श्रम विभाग का मंत्री नियुक्त किया गया है। मैंने तुरंत सोचा कि क्या मेरे विभागों पर कोई बकाया है। मैंने ऑनलाइन चेक किया तो पाया कि इस महीने का मेरा बिजली बिल लंबित है।
इसके बाद मैने बिना देरी किए रात 12:32 बजे मैंने अपना बिजली बिल ऑनलाइन भर दिया। मैंने सोचा कि पहले मैं अपना बकाया भर दूं, नहीं तो दूसरों को कैसे कह सकता हूं कि वे अपना बिल भर दें। उन्होंने कहा कि अगर लंबित बिजली बिल नहीं भरे जाएंगे तो विभाग कैसे चलेगा। इसलिए बिल तो भरना ही पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि विभाग बांटने का फैसला मुख्यमंत्री के हाथ में है। हमें जहां भी मौका मिला है, हम वहां से चौका-छक्का मारने का काम करेंगे। मैंने मुख्यमंत्री से कहा था कि मुझे मंत्री नहीं बनना है। जब सरकार पूरी तरह से हमारी है तो काम तो पूरे प्रदेश का करना ही है। अनिल विज ने कहा, “मैंने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सड़कों के बीच में बिजली के खंभे नहीं होने चाहिए। कहीं भी बिजली के तार नहीं दिखने चाहिए। जहां भी मरम्मत की जरूरत है, वहां मरम्मत करवाई जाए।”
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आपको बता दें कि अनिल विज इससे पहले मनोहर लाल की सरकार में गृह विभाग और स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। माना जा रहा था कि नायब सैनी की सरकार में उन्हें फिर से गृह विभाग दिया जा सकता है। लेकिन, उन्हें नए विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। मुख्यमंत्री ने गृह विभाग अपने पास ही रखा है।