प्लेन क्रैश में बचे विश्वास कुमार
12 जून को एयर इंडिया का AI 717 विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस भीषण हादसे में 241 यात्रियों की जान चली गई। लेकिन इस त्रासदी के बीच एक चमत्कार भी हुआ था। विश्वास कुमार रमेश एकमात्र यात्री थे जो बच गए। लेकिन अब हादसे के एक महीने बाद भी वह सदमे से उबर नहीं पाए हैं। उनके परिवार के मुताबिक, विश्वास फिलहाल किसी से बात नहीं कर रहे हैं और उन्हें मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद लेनी पड़ रही है।
बता दें कि खबरों के मुताबिक, परिवार का कहना है कि विश्वास ने हादसे में अपने भाई अजय कुमार रमेश को खो दिया। इसके साथ ही वह खुद भी ऐसे मंजर से गुजरे जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। उनके चचेरे भाई ने बताया कि विश्वास रात में अचानक उठ जाते हैं और फिर घंटों सो नहीं पाते। विदेश से कई रिश्तेदार उनका हालचाल पूछते हैं। लेकिन वह किसी से बात नहीं करना चाहते। दो दिन पहले हम उन्हें एक मनोचिकित्सक के पास ले गए ताकि वह इस मानसिक आघात से उबर सकें।
विश्वास ने अपने भाई अजय कुमार रमेश को खो दिया। हादसे के पाँच दिन बाद, 7 जून को विश्वास को अहमदाबाद सिविल अस्पताल से छुट्टी मिल गई। उसी दिन डीएनए मिलान के बाद, उन्हें उनके भाई अजय का शव सौंप दिया गया। अगली सुबह, 18 जून को, विश्वास खुद अपने भाई के शव को कंधों पर उठाकर दीव के श्मशान घाट ले गए। वह पल भावुक था। वह टूट गए थे।
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प्रधानमंत्री ने उनसे मुलाकात की थी। हादसे के एक दिन बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अस्पताल गए और विश्वास से मिले। विश्वास ने तब बताया था कि जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, वह हिलने लगा और कुछ ही सेकंड में नीचे गिर गया। उन्होंने बताया कि जिस हिस्से में मैं बैठा था, वह हॉस्टल के ग्राउंड फ्लोर पर गिर गया। मैंने देखा कि दरवाज़ा टूटा हुआ था और सोचा कि मैं बाहर निकलने की कोशिश कर सकता हूँ। किसी तरह मैं बाहर निकला। मैं वहाँ से निकल आया, लेकिन यह हादसा कुछ ऐसा है जिसे मैं कभी नहीं भूल पाऊँगा।