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IMD Weather Update: देश के कई राज्यों में मानसून ने हाहाकार मचा रखा है। कहीं बारिश थम ही नहीं रही है तो कहीं नए सिरे से खतरे के संकेत मिल रहे हैं। आइए जानते हैं आज का मौसम कैसा रहने वाला है।
भारी बारिश के चलते कई राज्यों में बाढ़ ने कहर मचाया है। एक तरफ नदियां उफान पर हैं तो दूसरी ओर बारिश ने गली मोहल्लों में भी जलभराव की स्थिति पैदा कर दी है। दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्य बाढ़ का दंश झेल रहे हैं।
दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में बीते दिनों मूसलधार बारिश ने कहर बरपाया। अब मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रमुख मौसमी सिस्टमों का असर घट रहा है और बारिश में कमी देखने को मिल रही है। बंगाल की खाड़ी में बने एक नए दबाव क्षेत्र के कारण मानसून ट्रफ दक्षिण की ओर खिसक रहा है जिस कारण से दिल्ली में बरसात का दौर कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है। हालांकि उमस भरी गर्मी लौटने की संभावना है।
इसके साथ ही राजधानी में यमुना का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है। बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय तक पहुंच चुका है और सोनिया विहार इलाके में जमीन धंसने की कुछ घटनाएं सामने आई हैं। प्रशासन अलर्ट पर है। मौसम विभाग के अनुसार अगले सप्ताह बारिश फिर से दस्तक दे सकती है।
उत्तर प्रदेश में हालिया बारिश अब धीमी पड़ रही है। मौसम विभाग ने पूर्वी यूपी में 4 सितंबर से साफ मौसम की संभावना जताई है। हालांकि पश्चिमी हिस्सों में हल्की फुहारें पड़ सकती हैं। बदलता मौसम अब तापमान में बढ़ोतरी और उमस के साथ लौटेगा। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ दिनों के बाद फिर बारिश की वापसी हो सकती है। इससे थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
बिहार में मौसम ने दोबारा करवट ले ली है। कई जिलों में बारिश की शुरुआत हो चुकी है। पटना में दिन में गर्मी बनी रही, लेकिन रात में बादलों ने राहत दी। मौसम विभाग ने सितंबर महीने में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जताई है और येलो अलर्ट जारी कर दिया है। खासकर पश्चिमी और उत्तर-मध्य बिहार में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। 7 और 8 सितंबर को भारी बारिश के संकेत हैं, जिसके चलते सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
उत्तराखंड में इस बार मानसून ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। राज्य के नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। कई स्थानों पर लगातार तेज बारिश की संभावना बनी हुई है। प्रदेश में 373 सड़कों के बंद होने की सूचना है, जिससे आवागमन ठप हो गया है और आर्थिक नुकसान भी भारी है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हालात की समीक्षा की है और मानसून के बाद गड्ढा मुक्ती अभियान शुरू करने के निर्देश भी दिए हैं। उधर, गंगोत्री और बद्रीनाथ की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी शुरू हो चुकी है, जो पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का संकेत है।
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देश के कई हिस्सों में जहां बारिश थम रही है, वहीं कई राज्यों में फिर से तेज बारिश और प्राकृतिक आपदाओं की आशंका लगातार बनी हुई है। मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेना जरूरी है। सतर्क रहकर ही नुकसान से बचा जा सकता है।