मैनोपॉज की स्थिति (सौ.सोशल मीडिया)
World Menopause Day: महिलाओं के जीवन में कई तरह के बदलाव आते हैं जिसका असर उनकी सेहत पर पड़ता हैं। एक लड़की अपने बचपन से यौवनावस्था में पहुंचती है तो उसके शरीर में अलग बदलाव आते है। पीरियड्स लड़की के 10 साल की उम्र होने तक ही आने लगते हैं तो वहीं पर इसके बाद एक समय आता हैं जब पीरियड्स की समस्या खत्म हो जाती है। इस स्थिति को ही मेनोपॉज या फिर रजोनिवृत्ति कहा जाता है इस दौरान सामने आए बदलाव के बारे में आपको जान लेना जरूरी होता है। दुनियाभर में महिलाओं को मेनोपॉज के प्रति जागरूक करने के लिए विश्व मेनोपॉज दिवस मनाया जाता है। चलिए जानते हैं जब यह मेनोपॉज की स्थिति आती हैं तो इसका असर महिलाओं की सेहत पर कैसा पड़ता है…
यहां पर सेहत के नजरिए से, मेनोपॉज की स्थिति दरअसल 40 से 55 साल की उम्र में हो जाती है इसमें मेनोपॉज होने के बाद शरीर में अलग तरह के लक्षण देखने के लिए मिलते है। यहां पर इस मेनोपॉज की स्थिति में 12 महीने तक पीरियड्स नहीं आते है तो समझ सकते हैं कि, पीरियड्स होने की स्थिति अब खत्म हो रही है। मेनोपॉज की अवधि और सीमा हर महिला में अलग-अलग होती है। अधिकतर महिलाओं में मेनोपॉज के लक्षण 4-5 साल तक रह सकते हैं। वहीं, कुछ महिलाओं में मेनोपॉज के लक्षण 10-12 सालों तक भी दिख सकते हैं। दरअसल, मेनोपॉज के लक्षणों की अवधि, एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर पर निर्भर करता है।
यहां पर अगर मेनोपॉज की स्थिति आती हैं तो इस दौरान कई तरह के लक्षण देखने के लिए मिलते है..
पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो कम होना
बार-बार पेशाब आना
रात में नींद न आना
तनाव या चिंता
मूड स्विंग्स
चिड़चिड़ापन
ड्राई स्किन
वजाइनल ड्राईनेस
हॉट फ्लैशेज
अनियमित मासिक धर्म
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महिलाओ में मेनोपॉज की स्थिति आ जाती हैं तो उस दौरान शरीर पर कई तरह का असर पड़ता है।
1-इस मेनोपॉज की स्थिति में घबराहट की स्थिति भी हो सकती हैं इस दौरान रात में पसीना आने और तेज ठंड की शिकायत होती है।
2- महिलाओं की हड्डी पर इस मेनोपॉज की स्थिति में घनत्व कम होने की शिकायत मिलती है।
3-मेनोपॉज की स्थिति में नींद की कमी से जूझना पड़ता है।
4-मेनोपॉज में मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द की शिकायत हो सकती है।
5- मेनोपॉज की स्थिति में यौन स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ जाता है।
यहां पर मेनोपॉज की स्थिति के दौरान बचाव करना जरूरी होता है।
1-मेनोपॉज की स्थिति में खानपान का ध्यान देना जरूरी होता है।
2- मेनोपॉज की समस्या के प्रति जागरूक रहना चाहिए।