पुष्करमूल चूर्ण के सेवन (सौ.सोशल मीडिया)
Benefits of Pushkarmool: आयुर्वेद में कई औषधीय पौधे और जड़ी-बूटियों का खजाना होता है। इनके सेवन से कई गंभीर बीमारियों को खत्म करना आसान होता है। हिमालयी इलाके में कई ऐसी जड़ी-बूटियां होती हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए सदियों से इस्तेमाल हो रही हैं। इनका सेवन करने से सेहत को फायदा होता है। ऐसा ही एक औषधीय पौधा है पुष्करमूल, जो एक नहीं बल्कि कई बीमारियों का रामबाण इलाज है। यह कई औषधीय गुणों का खजाना होता है वहीं पर आयुर्वेद में इस्तेमाल होने वाली पद्धति को आज दोबारा चलन में लाया जाता है।
हिमालय इलाके में पुष्करमूल नाम का दुर्लभ फूल उगता है। यहां पर सूरजमुखी के फूल की तरह दिखाई देने वाला पुष्करमूल कई सारे पोषक गुणों से भरपूर होता है। इस पुष्करमूल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-माइक्रोबियल और ब्रोन्कोडायलेटर जैसे गुण होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इसके अलावा त्वचा और बालों के लिए अच्छी होता है, हृदय रोगों से बचाता है और सांस से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में मदद करता है।
सभी औषधियों में से एक पुष्करमूल के सेवन से फायदे मिलते है। यहां पर पुष्करमूल सांस लेने में परेशानी को दूर करता है। इसके साथ ही पुष्करमूल सांस की नली को खोलने में मदद करता है और इंफेक्शन होने से बचाता है। ये फेफड़ों को स्वस्थ रखने का काम भी करता है। इसके लिए पुष्करमूल चूर्ण को पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर लेना चाहिए। इसके अलावा, ये खांसी, जुकाम और बुखार में भी सहायक है। इसके अलावा कहा जाता है कि, आयुर्वेद में दिल की बीमारियों से निपटने के लिए पुष्करमूल औषधि के फायदे होते है। पुष्करमूल औषधि का सेवन करने से बीपी नियंत्रित होता है और हृदय की मांसपेशियों में मजबूती आती है। इसके अलावा, यह बेड कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ने से रोकता है।
आप बीमारियों पर राहत पाने के लिए इस पुष्करमूल चूर्ण का सेवन कर सकते है इसके कई तरीके होते है इसमें ही पुष्करमूल चूर्ण के साथ अकरकरा चूर्ण, शृंग भस्म और वंश लोचन चूर्ण को मिलाकर लेने से फायदा होगा। इसके अलावा ही सभी चूर्ण को आधा-आधा चम्मच मिलाकर रात के समय खाने से पहले लें। पेट से जुड़े रोगों के निदान के लिए भी पुष्करमूल लाभकारी है।
इसके अलावा यह आंतों में सूजन, कब्ज, बार-बार पेट खराब होना, गैस बनना और खट्टी डकार आने की समस्या में राहत देता है। इसके लिए पुष्करमूल चूर्ण को गर्म पानी या नींबू के रस और सादे पानी के साथ ले सकते हैं। यह भूख बढ़ाने और पाचन में भी सुधार का कार्य करता है।
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अगर शरीर के किसी हिस्से में सूजन और दर्द है, तो भी ये लाभकारी है। इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द से राहत देते हैं। इसके अलावा मांसपेशियों की सूजन, जोड़ों के दर्द और गाठिया की समस्या होने पर इसे लिया जा सकता है। इसे लेप की तरह लगाया भी जा सकता है और पानी के साथ भी लिया जा सकता है।
आईएएनएस के अनुसार