स्तन कैंसर से जुड़े मिथक (सौ. सोशल मीडिया)
Breast Cancer Awareness Month 2025: दुनियाभर में कई बीमारियों का जाल फैला हुआ है इसमें ही कैंसर की बीमारी सबसे बड़ी बीमारियों में से एक है। अक्टूबर का महीना स्तन कैंसर जागरूकता महीने के रूप में मनाया जाता है। हर साल ब्रेस्ट कैंसर के लाखों मामले सामने आते रहते है जिनके लिए आसानी से इलाज संभव नहीं हो पाता है। आंकड़ों के अनुसार, इस स्तन कैंसर से कई महिलाएं प्रभावित है तो वहीं पर इस कैंसर से बचने के लिए बचपन से ही बच्चियों की सेहत को संतुलित करने के प्रयास किए जाते है।
ब्रेस्ट कैंसर को लेकर सभी महिलाओं को कम उम्र से ही सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता होती है। ब्रेस्ट कैंसर को लेकर कई लोग सामने आ रहे मिथकों पर विश्वास कर लेते है जो बेहतर नहीं होता है इसके पीछे की सच्चाई भी जान लेना चाहिए।
महिलाओं में सबसे ज्यादा होने वाली बीमारी स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता दर्शाने के लिए हर साल अक्टूबर माह में स्तन कैंसर जागरूकता माह मनाया जाता है। इस कैंसर से बचाव के लिए सही जानकारी का होना जरूरी है नहीं तो आप गुमराह भी हो सकते है।
1- पहला मिथक- क्या सिर्फ महिलाओं को ही होता है ब्रेस्ट कैंसर
सही जानकारी- स्तन कैंसर, सामान्यत: महिलाओं में होने वाली समस्या है लेकिन इसके पीछे भी एक सच्चाई छिपी है। दुनियाभर से सामने आए आंकड़ों की मानें तो, पुरूषों को भी कैंसर की समस्या हो सकती है। नेशनल ब्रेस्ट कैंसर फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष, अनुमान है कि लगभग 2,800 पुरुषों में स्तन कैंसर का निदान हो सकता है और 530 की मृत्यु हो गई। यहां पर जब भी कैंसर जैसे लक्षण महसूस हो तो इलाज करना जरूरी है।
2-दूसरा मिथक- स्तन में गांठ होने का मतलब कैंसर
सही जानकारी- यह मिथक पूरी तरह से सच नहीं है।स्तन में गांठ होने को स्तन कैंसर के सबसे आम लक्षणों में से एक माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, अगर आपको स्तन में कोई नई गांठ दिखती है या स्तन ऊतक में कोई बदलाव दिखता है, तो आपको इसका इलाज करना जरूरी है।
3- तीसरा मिथक- क्या ब्रा पहनने से होता है कैंसर
सही जानकारी- इस मिथक के पीछे की सच्चाई को जानें तो, इस बात का कोई सही प्रमाण नहीं है कि, ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर होता है। कई रिपोर्ट्स यह भी कहती है कि,ब्रा पहनने, विशेष रूप से अंडरवायर स्टाइल के ब्रा, स्तन से लिंफ फ्ल्यूड के प्रवाह को रोक सकते है, जिससे ऊतकों में विषाक्त पदार्थ जमा हो सकते हैं। हालांकि इससे कैंसर होने के प्रमाण नहीं हैं।
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4- चौथा मिथक-ज्यादा चीनी खाने से होता है स्तन कैंसर
सही जानकारी- इस मिथक की सच्चाई को जानें तो इसके कम ही प्रमाण मिलते है। अधिक चीनी वाली चीजों के सेवन को स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से हानिकारक माना जाता है। कहते है कि, खून में मौजूद चीनी (ग्लूकोज) का ईंधन के रूप में इस्तेमाल करती हैं। यह सच है कि कैंसर कोशिकाएं सामान्य कोशिकाओं की तुलना में चीनी का ज्यादा तेजी से उपयोग करती हैं। चूहों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि उनमें ज्यादा चीनी खाने से स्तन कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है, लेकिन इंसानों में इसकी प्रमाणिकता के लिए पुख्ता कोई जानकारी नहीं है।