समर किड्स डाइट (सौ.सोशल मीडिया)
Summer Snacks: उत्तर प्रदेश सहित देश के तमाम राज्यों में इन दिनों भीषण गर्मी का कहर जारी है। बढ़ती गर्मी और लू के कारण लोगों की सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। ऐसे में इस मौसम में चिलचिलाती धूप बड़ों ही नहीं, बल्कि बच्चों को भी अपनी चपेट में ले लेती है।
ऐसे में बच्चों की सेहत का ध्यान और भी ज्यादा रखना चाहिए, क्योंकि उनका शरीर बड़ों की मुकाबले जल्दी डिहाइड्रेट हो सकता है। साथ ही, बच्चों का शरीर बड़ों को मुकाबले बीमारियों को झेलने के लिए कमजोर होता है। ऐसे में चलिए जान लेते हैं बच्चों की डाइट में गर्मी में क्या-क्या शामिल करना चाहिए और किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
गर्मी में बच्चों की डाइट में क्या-क्या शामिल करना चाहिए-
बच्चे को जरूर खिलाएं दही
गर्मी में बच्चों को हीट स्ट्रोक यानी लू से बचाने के लिए उनकी डाइट में दही जरूर शामिल करें।क्योंकि, दही प्रोबायोटिक है इसमें गुड बैक्टीरिया होता है, जिससे पेट सही रहता है और पाचन दुरुस्त रहता है। इसके लिए मार्केट से पैकेट वाला दही लाने की बजाय घर पर भी इसे बनाना ज्यादा सही रहता है।
मौसमी फल खिलाएं
गर्मी में बच्चों को खीरा, ककड़ी, तरबूज और खरबूजा खिलाएं। ये पानी के साथ ही न्यूट्रिशन से भरपूर फल हैं। इसके अलावा बच्चों को अंगूर खिलाने चाहिए। इससे शरीर में हीमोग्लोबिन बनता है और बच्चा हेल्दी रहता है।
बच्चों के हाइड्रेशन का रखें ख्याल
गर्मी में बच्चों को लू से बचाने के लिए हाइड्रेशन का भी खास ध्यान रखें। बच्चें जल्दी सादा पानी नहीं पीना चाहते है। इसलिए उन्हें छाछ, नारियल पानी, नींबू पानी, आम पन्ना नियमित रूप पर देते रहें। ये सभी नेचुरल ड्रिंक्स जो बच्चों डिहाइड्रेट और लू से बचाने में मदद करती है।
स्किन का ध्यान रखें
इस चिलचिलाती धूप से बड़ों ही नहीं बल्कि बच्चों को भी घमौरियां का सामना करना पड़ता है। इसलिए रोजाना नहलाने के बाद मेडिसिनल टेलकम पाउडर लगाएं। पसीना आने पर सूती कपड़े से साफ करें। घाव होने पर तुरंत सफाई करें और एंटीसेप्टिक क्रीम लगाएं, क्योंकि गर्मी में छोटी सी चोट में भी तेजी से इंफेक्शन फैल जाता है। इसलिए इस दौरान सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए।
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धूप से बचाना भी बेहद जरूरी
बच्चा स्कूल जा रहा है या फिर बाहर खेलने जा रहा है तो ध्यान रखें कि बच्चा ऐसे कपड़े पहने हो जो हल्के फैब्रिक के हवादार हो लेकिन पूरा शरीर ढका रहे। बच्चा बाहर जाए तो उसे कैप जरूर पहनाएं। कोशिश करें कि बच्चे को दिन में 12 से 3 बजे तक घर में ही रखें।