एमपॉक्स वायरस को लेकर नया अध्ययन (सौ.सोशल मीडिया)
Mpox Update: दुनियाभर में कई बीमारियों का खतरा मंडराता रहता हैं इसमें ही खतरनाक महामारी में से एक एमपॉक्स को लेकर एक चौंका देने वाला खुलासा सामने आया है। इसके अनुसार एमपॉक्स का स्तर अब काफी ज्यादा बढ़ते जा रहा है इसके मामले भी कई सामने आ चुके है। एमपॉक्स को लेकर अध्ययन किया गया था जिसमें कई वर्गों को इसका खतरा ज्यादा होने की बात की गई है।
यहां पर एमपॉक्स महामारी को लेकर किए गए नए अध्ययन से जानकारी मिली हैं कि दक्षिण अफ्रीका के कांगों से अब तक कई देशों को अपनी चपेट में ले चुका एमपॉक्स स्ट्रेन लड़कियों और महिलाओं के लिए खतरा बनते जा रहा है। कहा जाता हैं कि, लड़कियां और युवा महिलाएं एमपॉक्स की वजह बनने वाले वायरस के एक वेरिएंट के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकती हैं।
अध्ययन में यह भी कहा गया कि, संक्रमित लड़कियों की औसत आयु छह साल थी, जबकि लड़कों की आयु 17.5 साल थी, जैसा कि डेटा से पता चला. जब 254 रोगियों का एनालिसिस किया गया, तो पुरुषों और महिलाओं के बीच बहुत बड़ा अंतर पाया गया। यानि यह एमपॉक्स वायरस का खतरा सबसे ज्यादा महिलाओं और लड़कियों को है।
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यहां पर एमपॉक्स की बात की जाए तो, इस बीमारी से प्रभावित व्यक्ति में सामान्य लक्षण के अलावा ही फुंसीदार दाने थे और 20 प्रतिशत में जननांगों पर दाने के लक्षण मिले है। इस बीमारी को लेकर आई रिपोर्ट में बताया गया है कि आधे लोगों को बुखार था और एक तिहाई से अधिक लोगों में लिम्फ ग्रंथियां सूजी हुई थीं, मांसपेशियों में दर्द के कुछ मामले थे और नजर कमजोर के दो मामले थे। इसके अलावा अध्ययन में यह कहा गया था कि, क्लेड आईबी के रूप में पहचाना गया सब वेरिएंट पहले के वेरिएंट की तुलना में अधिक तेज़ी से फैलता प्रतीत होता है और यह निकट शारीरिक संपर्क के साथ-साथ सभी प्रकार की यौन गतिविधियों के माध्यम से फैल रहा है। इस एमपॉक्स वायरस का खतरा मंडराता जा रहा है।