(फोटो सोर्स सोशल मीडिया)
नूंह (हरियाणा) : हरियाणा की नूंह विधानसभा सीट से दो बार विधायक रहे चुके आफताब अहमद कांग्रेस के टिकट पर इस बार भी इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला भाजपा के संजय सिंह और INLD के ताहिर हुसैन से है। अफताब अहमद ने सत्ता में आने पर पिछले साल जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा की न्यायिक जांच कराने का वादा किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गोरक्षा के नाम पर किसी की पीट-पीट कर हत्या करने के खिलाफ भी कानून लाएंगे।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव पांच अक्टूबर को होंगे जिनके नतीजे आठ अक्टूबर को घोषित कर दिए जाएंगे। कांग्रेस नेता ने नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अहमद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘‘पिछले साल नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा का कारण भाजपा द्वारा ‘गौरक्षकों’ के वेश में असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देना था, जिससे यहां भय का माहौल पैदा हुआ। विधायक होने के नाते मैंने प्रशासन को इस बात से अवगत कराया था कि ‘आपको ऐसी घटनाओं को रोकना चाहिए’ लेकिन उन्होंने ऐसा होने दिया।”
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निवर्तमान हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के उपनेता अहमद ने बताया कि नूंह में सांप्रदायिक हिंसा होने से पहले ही चेतावनियां दी गई थीं और उन्होंने प्रशासन को पहले ही इस बात से अवगत करा दिया था लेकिन उन्होंने इसे होने दिया, जिससे न केवल जान-माल का नुकसान हुआ बल्कि आस्था को भी ठेस पहुंची।
प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए अहमद ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री रेवाड़ी में एक बैठक करने में व्यस्त थे। दोनों पक्षों के असामाजिक तत्वों द्वारा चुनौती दिए जाने के बावजूद पूरे मार्ग के लिए केवल 300 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था…उन्होंने यह हिंसा होने दी और आज तक हम मांग कर रहे हैं कि जिम्मेदार अधिकारियों, हिंसा के कारणों और हिंसा से निपटने के उनके तरीके का पता लगाने के लिए न्यायिक जांच की जाए।” अहमद ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि गौरक्षकों की आड़ में असामाजिक तत्व यहां शांति और सद्भाव बिगाड़ रहे हैं और ऐसा लगता है कि भाजपा उनकी मदद कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘गौ-रक्षा चुनावी मुद्दों में से एक है, लेकिन सबसे जरूरी क्षेत्र का विकास है जिसे भाजपा ने रोक दिया है।
गौरतलब है कि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की शोभायात्रा को रोकने की कोशिश को लेकर नूंह में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में दो होमगार्ड और एक मौलवी सहित 6 लोगों की मौत हो गई थी। यह हिंसा गुरुग्राम तक फैल गई थी। बाद में पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस के फिरोजपुर झिरका विधायक मम्मन खान के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोप लगाए थे। अफताब अहमद ने कहा, ‘‘हम किस्मत वाले हैं कि लोगों ने उनके खेल को समझ लिया है। घटना के एक दिन बाद ऐसी कोई घटना दोबारा नहीं हुई और लोगों को एहसास हुआ कि हमें सद्भाव के साथ रहना है… हम गौरक्षा के नाम पर किसी की पीट-पीट कर हत्या कर देने के खिलाफ कानून लाएंगे।”
बता दें कि नूंह विधानसभा सीट पर 58 वर्षीय अफताब अहमद का मुकाबला भाजपा के संजय सिंह से है। वह वर्तमान में सोहना विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं। वहीं, इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने इस सीट से ताहिर हुसैन को मैदान में उतारा है। ताहिर हुसैन इस निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार विधायक रह चुके हैं। वे हरियाणा वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जाकिर हुसैन के बेटे हैं। ताहिर हाल में इनेलो में शामिल हो गए हैं। वहीं, भाजपा नूंह से आज तक नहीं जीत पाई है। यहां के मतदाता लंबे समय से कांग्रेस और इनेलो के समर्थक हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)