पीएम मोदी, फोटो सोर्स - एक्स
जामनगर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में गुजरात के जामनगर जिले में स्थित एक अद्भुत पशु बचाव केंद्र ‘वनतारा’ का उद्घाटन किया और उसका दौरा किया। यहां पर 1.5 लाख से ज्यदा बचाए गए जानवर रहते हैं। प्रधानमंत्री ने शेर, बाघ, जिराफ, हाथी और तोते सहित जानवरों से भी बातचीत करते नजर आए। इसके साथ ही पीएम मोदी ने भारत की वन्यजीव संरक्षण पहलों पर प्रकाश डाला।
गुजरात के जामनगर जिले में स्थित वनतारा केंद्र खासतौर पर बंदी हाथियों और अन्य वन्यजीवों के लिए जाना जाता है। बता दें, इस केंद्र के जरिए उन जानवरों को सुरक्षा और बेहतर उपचार देकर नया जीवन दिया जाता है, जो अब तक शोषण और दुर्व्यवहार का शिकार हो चुके हैं।
वनतारा, रिलायंस जामनगर रिफाइनरी परिसर के भीतर 3500 एकड़ में फैला हुआ है। वनतारा, इन पीड़ित जानवरों के लिए एक प्रकार का स्वर्ग ही है। यह केंद्र सिर्फ एक बचाव केंद्र नहीं, बल्कि एक पुनर्वास केंद्र भी है, जहां जानवरों को पूरी देखभाल और चिकित्सा सुविधा मिलती है। यहां पर जानवरों के रहने के लिए विशाल बाड़े बनाए गए हैं, जो उनके प्राकृतिक आवासों से मेल खाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अंबानी परिवार के साथ वंतारा का दौरा किया, फोटो – एक्स
Watch: Prime Minister Narendra Modi inaugurated and visited Vantara, a wildlife rescue and conservation center in Gujarat, home to over 1.5 lakh rescued animals. He explored its advanced veterinary facilities, interacted with rare species, witnessed surgeries, and participated in… pic.twitter.com/XV5j8mELaz — IANS (@ians_india) March 4, 2025
आपको जानाकारी के लिए बता दें कि वनतारा में 48 प्रजातियों के 2500 से ज्यादा जानवर रहते हैं। ये सभी जानवर अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों और विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा देखे जाते हैं। केंद्र की टीम में 2100 से ज्यादा लोग काम करते हैं, जो इन जानवरों की देखभाल करने का काम करते हैं और सही समय पर उनका इलाज करते हैं। इसके अलावा, यह केंद्र स्थानीय समुदायों को भी सशक्त बनाने का काम करता है, उन्हें स्थायी आजीविका के अवसर देकर मानवीय पशु देखभाल के तरीके सिखाता है।
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यह केंद्र सिर्फ जानवरों के लिए ही नहीं, बल्कि इंसानों के लिए भी है। यहां पर लोग आकर जानवरों के बचाव और संरक्षण के महत्व के बारे में सीख सकते हैं। वे देख सकते हैं कि कैसे हम अपनी प्रकृति और जैव विविधता की रक्षा कर सकते हैं। यह केंद्र पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ाने का भी काम करता है और हमें यह बताता है कि हमें प्रकृति से प्यार करना चाहिए और उसकी रक्षा करनी चाहिए।