सीएम भूपेंद्र पटेल को छोड़कर गुजरात की पूरी कैबिनेट ने दिया इस्तीफा, फोटो- सोशल मीडिया
Gujarat Ministers Resigned: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाले गुजरात मंत्रिमंडल का विस्तार शुक्रवार को होने जा रहा है। इससे ठीक पहले, आज राज्य के सभी मंत्रियों ने अपने पदों से इस्तीफा सौंप दिया है। यह बदलाव भाजपा की उस रणनीति का हिस्सा है जिसके तहत राज्य में लंबे समय से चल रही सरकार के प्रति होने वाली एंटी-इनकंबेंसी को खत्म करने की कोशिश की जाती है।
गुजरात में एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम हुआ। यहां मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को छोड़कर गुजरात मंत्रिमंडल के तमाम मंत्रियों ने अपने पदों से इस्तीफा सौंप दिया है। अब राज्य कैबिनेट का विस्तार कल, शुक्रवार सुबह 11:30 बजे होगा।
कैबिनेट विस्तार को लेकर एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने पहले बताया था कि आगामी मंत्रिमंडल विस्तार में राज्य को लगभग 10 नए मंत्री मिल सकते हैं। साथ ही, लगभग आधे मौजूदा मंत्रियों को बदला जा सकता है। वर्तमान स्थिति और संवैधानिक क्षमता वर्तमान गुजरात मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री पटेल समेत कुल 17 मंत्री हैं। गुजरात में 182 सदस्यीय विधानसभा है, जिसके चलते यहाँ अधिकतम 27 मंत्री या सदन की कुल संख्या का 15 प्रतिशत मंत्री हो सकते हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 12 दिसंबर, 2022 को दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
‘गुजरात फॉर्मूले’ के तहत लिया गया फैसला मंत्रियों को सामूहिक रूप से इस्तीफा क्यों देना पड़ा, इसके पीछे ‘गुजरात फॉर्मूला’ बताया जा रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा चेहरे बदलकर राज्य में लंबे समय से चल रही सरकार के प्रति होने वाली एंटी-इनकंबेंसी (सत्ता विरोधी लहर) को खत्म कर देती है। इस बार, यह बदलाव थोड़ा जल्दी हुआ है, क्योंकि 2022 में विधानसभा चुनाव हुए थे और अब राज्य में चुनाव को करीब 26 महीने बचे हुए हैं। पहले, नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद से पूरी कैबिनेट को चुनाव से लगभग 15 महीने पहले बदलने की परंपरा रही है।
पिछले विधानसभा चुनाव से 15 महीने पहले, सितंबर 2021 में राज्य की पूरी कैबिनेट बदल दी गई थी। उस समय विजय भाई रूपाणी को हटाकर भूपेंद्र पटेल को सीएम की जिम्मेदारी दी गई थी। 2022 के चुनाव में इसका नतीजा भी देखने को मिला, जब भाजपा ने गुजरात में रिकॉर्ड 156 सीटें हासिल कीं। इस जीत के लिए चुनाव में 182 में से 103 नए चेहरों को टिकट दिया गया था और पाँच मंत्रियों समेत 38 विधायकों के टिकट काट दिए गए थे। इस बीच, इस महीने की शुरुआत में, गुजरात सरकार में राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा, केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल की जगह भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई के नए अध्यक्ष बने थे।
गुजरात में मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मुंबई से गांधीनगर लौट आए हैं, और पटेल सरकार के सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। आज शाम तक मुख्यमंत्री राज्यपाल आचार्य देवव्रत को नए मंत्रिमंडल की सूची सौंपेंगे। कल सुबह 11:30 बजे महात्मा मंदिर में राज्यपाल नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भाजपा के शीर्ष नेताओं में हलचल तेज है। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव सुनील बंसल गांधीनगर पहुंचे और प्रदेश महासचिव रत्नाकर के साथ उनकी महत्वपूर्ण बैठक हुई। सूत्रों का कहना है कि नई मंत्रिपरिषद में 10 नए नेताओं को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है, जबकि पुराने मंत्रियों को हटाया जा सकता है। गुजरात विधानसभा में 182 विधायक हैं, और नियमों के अनुसार 27 मंत्री बनाए जा सकते हैं। वर्तमान में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री समेत 17 मंत्री हैं, जिनमें आठ कैबिनेट और आठ राज्य मंत्री शामिल हैं।
यह भी पढ़ें: गुजरात में बड़ा सियासी बदलाव, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को छोड़ पूरी कैबिनेट ने दिया इस्तीफा
हाल ही में राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा को केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल की जगह भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। भूपेंद्र पटेल ने 12 दिसंबर, 2022 को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। आज रात 8 बजे मुख्यमंत्री आवास पर एक अहम बैठक होगी, जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा विधायकों को संबोधित करेंगे और नए मंत्रियों के नामों की घोषणा करेंगे। यह फेरबदल गुजरात की राजनीति में नया मोड़ ला सकता है।