शिग्मो उत्सव (सोर्स: सोशल मीडिया)
पणजी: आज यानी 13 मार्च को होलिका दहन है और कल यानी 14 मार्च को धूलिवंदन। कल देश में रंगोत्सव मनाया जाएगा। देश में गोवा एक ऐसा राज्य है जहां 15 दिन तक होली खेली जाती है। गोवा का वसंत उत्सव ‘शिग्मो’ उत्सव 15 मार्च को शुरू होने जा रहा है। यह उत्सव 29 मार्च तक चलेगा। इसमें झांकियों के माध्यम से राज्य की संस्कृति एवं परंपराओं को प्रदर्शित किया जाएगा।
ढोल, ताशे जैसे पारंपरिक वाद्ययंत्रों की गूंज और पारंपरिक परिधानों में लोक कलाकारों की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुतियां शिग्मो उत्सव को यादगार बना देंगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी और लोगों से उत्सव में शामिल होने का आह्वान किया।
गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन ए. खाउंटे ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि ‘शिग्मो’ वह उत्सव है जिसमें लोक कला प्रदर्शनी, संगीत और शानदार झांकियों के माध्यम से गोवा की संस्कृतिक विरासत जीवंत हो उठती है।
उन्होंने कहा कि यह आगंतुकों के लिए हमारे राज्य की सुंदरता का आनंद लेते हुए गोवा की परंपराओं में खो जाने का एक अवसर है। हम यात्रियों को इस अनूठे उत्सव का हिस्सा बनने और गोवा के समुद्र तटों से परे इसके कई पहलुओं से रूबरू होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
पर्यटन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उत्सव 15 मार्च को पोंडा में शुरू होगा, जिसके बाद 16 मार्च को मडगांव, 17 मार्च को क्यूपेम और 18 मार्च को कुरचोरेम में इसका आयोजन किया जाएगा। ये सभी दक्षिण गोवा में स्थित हैं।
उन्होंने बताया कि यह समारोह 19 मार्च को शिरोडा (दक्षिण गोवा) में होगा और 20 मार्च को उत्तरी गोवा के कलंगुट और बिचोलिम, 21 मार्च को वास्को (दक्षिण गोवा) तथा 22 मार्च को पणजी तक जारी रहेगा।
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अधिकारी ने कहा कि ‘‘मापुसा (उत्तरी गोवा) और संगुएम (दक्षिणी गोवा) की सड़कें 23 मार्च को सांस्कृतिक समारोहों से जीवंत हो उठेंगी, जबकि कैनाकोना और कुनकोलिम में 24 मार्च को भव्य झांकियों का आयोजन किया जाएगा।
पर्यटन विभाग के अनुसार, 25 मार्च को पेरनेम, 26 मार्च को धारबंदोरा, 27 मार्च को वालपोई, 28 मार्च को संकेलिम और अंततः 29 मार्च को मंड्रेम जुलूस में निकलेगा तथा कार्यक्रम संपन्न होगा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)