योगराज सिंह ने आमिर खान की फिल्म को बताया वाहियात
मुंबई: युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह का बयान सोशल मीडिया पर बवाल मचा रहा है। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि वह एक बार पिस्तौल लेकर कपिल देव के घर पहुंच गए थे। वह कपिल देव को जान से मारना चाहते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इतना ही नहीं इंटरव्यू के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि वह बॉलीवुड की फिल्में देखना पसंद नहीं करते। आमिर खान की फिल्म ‘तारे जमीन पर’ को उन्होंने वाहियात फिल्म बताया। आइए जानते हैं उन्होंने इंटरव्यू के दौरान और क्या कुछ कहा है।
योगराज सिंह ने 21 दिसंबर 1980 को सुनील गावस्कर की कप्तानी में टीम इंडिया के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में एकदिवसीय मैच से अपने करियर की शुरुआत की थी। लेकिन उनका करियर 3 महीने में यह खत्म हो गया। अनफिल्टर्ड बाय समदीश के पॉडकास्ट में उन्होंने बताया कि कपिल देव भारत नॉर्थ जॉन और हरियाणा के कप्तान बने तो उन्होंने बिना किसी कारण के मुझे टीम से बाहर कर दिया। इसी पर गुस्से में आकर उन्होंने अपनी पिस्तौल निकाली और वह कपिल देव के घर जा पहुंचे।
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कपिल देव की मां उनके साथ थी। उन्होंने उन्हें जान से मारने का इरादा बदल दिया और फैसला लिया कि वह कभी क्रिकेट नहीं खेलेंगे। अब उनकी तरफ से युवराज क्रिकेट खेलेगा। इस पर जब कपिल देव से प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने पूछा कौन हैं? किसकी बात कर रहे हो? जब रिपोर्टर ने बताया कि युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने यह बयान दिया है, तो उन्होंने कहा अच्छा और कुछ?
इंटरव्यू के दौरान योगराज सिंह ने आमिर खान की फिल्म तारे ज़मीन पर को वाहियात फिल्म बताया। उन्होंने यह भी कहा कि अगर बच्चों को सफलता हासिल करनी है तो उन्हें कम उम्र में ही उनकी सीमाओं से बाहर पुश करना चाहिए। दरअसल योगराज सिंह पर आरोप लगता रहा है कि उन्होंने अपने सपने को पूरा करवाने के लिए युवराज सिंह के सपना की आहुति दे दी। युवराज सिंह रोलर स्केटिंग से प्यार करते थे। लेकिन उनके पिता ने उन्हें क्रिकेटर बना दिया। योगराज ने इसका भी जवाब दिया और बताया कि यह माता-पिता की जिम्मेदारी होती है कि वह अपने बच्चों के फ्यूचर को आकार दें, उन्होंने यह भी कहा कि बच्चा वही बनेगा जो आप चाहेगा।
आमिर खान की फिल्म तारे ज़मीन पर को वाहियात बताने के अलावा योगराज सिंह ने कहा कि वह बॉलीवुड की फिल्में नहीं देखते हैं। उन्हें हिंदी फिल्में अच्छी नहीं लगती हैं। उन्होंने बाहुबली और रणवीर सिंह की फिल्मों को भी बेकार बताया और कहा कि वह पंजाबी फिल्म कोहरा को पसंद करते हैं और हॉलीवुड फिल्म द गॉडफादर उनकी पसंदीदा फिल्मों में से एक है।
खुद युवराज सिंह एक इंटरव्यू में बता चुके हैं कि बचपन में उन्हें रोलर स्केटिंग का बहुत शौक था। उन्होंने अंडर 14 नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। हालांकि योगराज सिंह ने उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए मजबूर किया और उनके रोलर स्केट्स साथ ही गोल्ड मेडल फेंक दिए थे। लेकिन यह भी एक सच है कि पिता की सख्ती के बावजूद युवराज सिंह ने क्रिकेट में न सिर्फ अहम भूमिका निभाई, बल्कि अपनी एक अलग पहचान बनाई और क्रिकेट के इतिहास के पन्ने में अपना नाम हमेशा के लिए दर्ज कराया।