गणतंत्र दिवस के खास मौके पर इंडियन आइडल 15 में स्काई फोर्स और सीआरपीएफ की टीम पहुंची थी। इस दौरान सीआरपीएफ अधिकारी डिप्टी कमांडेंट जयशंकर राय ने कैंसर से जारी जंग की पूरी कहानी साझा की।
इंडियन आइडल पहुंची स्काई फोर्स और CRPF की टीम (फोटो-सोर्स, सोशल मीडिया)
कहते हैं कि अगर आप हिम्मत ना हारे तो बड़ी से बड़ी मुश्किल और बड़ी सी बड़ी बीमारी पर भी काबू पा सकते हैं कुछ ऐसा ही जज्बा सीआरपीएफ के अधिकारी डिप्टी कमांडेंट रैंक के अफसर जयशंकर राय ने कर दिखाया है, जो 2022 में 4th स्टेज के कैंसर के मरीज के रूप में डिक्टेट होने के बाद अपने जज्बे और मेहनत से कैंसर पर काबू पा लिया है। वह 26 जनवरी को इंडियन आइडल के कार्यक्रम में शामिल हुए और अपनी कहानी साझा की।
आपको बता दें कि मूल रूप से बलिया जिले के रहने वाले जयशंकर राय की शरुआती पढ़ाई गाजीपुर से हुयी। जयशंकर राय प्रारंभिक शिक्षा गाजीपुर जिले हासिल करने के बाद उन्होंने अपनी बीएससी की शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पूरी की। फिर वह पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय चले गए। इसी दौरान 2002 में उनका सेलेक्शन सब इंस्पेक्टर के पद पर सीआरपीएफ में हो गया और उन्होंने नौकरी ज्वाइन कर ली।
जयशंकर ने नवभारत के साथ बातचीत में कहा कि उनकी पहली पोस्टिंग जम्मू कश्मीर में रही, जहां वह लगभग ढाई साल तक रहे। इसके बाद वह एसपीजी की टीम में सेलेक्ट हो गए और लगभग 9 साल तक प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लग रहे।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा से हटने के बाद उनका उत्तराखंड पुलिस में डिपुटेशन जाने का मौका मिला और वहां पर उन्होंने 6 साल तक अपने सेवा दी। उसके बाद वापस वह सीआरपीएफ में लौटे और 2019 में उनका नक्सलियों के गढ़ सुकमा में पोस्टिंग हो गई, जहां पर वह अपनी 3 साल की सेवा पूरी की और 2022 में उनको चंडीगढ़ भेज दिया गया।
इंडियन आइडल के कार्यक्रम में अपनी बीमारी की बात साझा करते हुए जयशंकर राय ने बताया कि 2022 में उन्हें कैंसर की जैसी बीमारी के बारे में पता चला, लेकिन तब से वह इसकी जंग लड़ रहे हैं और फिलहाल वह पूरी तरह से कंट्रोल में है वह मुंबई में रहकर फिलहाल अपना इलाज कर रहे हैं। हालांकि, कैंसर से जूझने के बावजूद उन्होंने 2 साल से कोई छुट्टी नहीं ली है और अब तक उनके 32 कीमों हो चुके हैं।