बचपन से संगीत के दीवाने थे प्रीतम चक्रवर्ती
मुंबई: बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय और बहुमुखी संगीतकारों में शामिल प्रीतम चक्रवर्ती का जन्म 14 जून 1971 को कोलकाता में एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था। प्रीतम चक्रवर्ती आज अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं। संगीत से उनका रिश्ता बचपन से ही जुड़ा रहा। उनके पिता प्रबोध चक्रवर्ती स्वयं संगीतज्ञ थे, जिनसे प्रीतम ने अपनी प्रारंभिक संगीत शिक्षा प्राप्त की। कॉलेज के समय में प्रीतम राजनीति में सक्रिय थे, लेकिन दिल से वह हमेशा संगीत के प्रति समर्पित रहे।
प्रीतम ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक बैंड ‘जोतुग्रिहेर पाखी’ की स्थापना की, जिसमें वे मुख्य गिटारिस्ट थे। इस बैंड ने अपना एक कैसेट भी रिलीज किया था। इसके बाद उन्होंने कुछ समय बांग्ला बैंड चंद्रबिंदु में बिताया और फिर ‘मेट्रो’ नाम से एक नया बैंड बनाया, जो बाद में फिल्म लाइफ इन ए… मेट्रो का हिस्सा बना। प्रीतम ने 1994 में पुणे के एफटीआईआई से साउंड रिकॉर्डिंग और इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।
प्रीतम साल 1997 में मुंबई पहुंचे और शुरुआती दिनों में जिंगल्स और टीवी टाइटल ट्रैक्स बनाने लगे। प्रीतम ने सैंट्रो, थम्स अप, मैकडॉनल्ड्स जैसे ब्रांड्स के लिए भी काम किया। उनका पहला बड़ा हिट गाना था ‘तू ही मेरी शब है’, जिसके बाद उन्होंने ‘आओगे जब तुम’, ‘पहली नजर’, ‘तुम ही हो बंधु’, ‘गेरुआ’, ‘कलंक’ और ‘तू झूठी मैं मक्कार’ जैसी फिल्मों के लिए यादगार संगीत दिया।
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जहां एक ओर प्रीतम को उनकी रचनात्मकता के लिए सराहा गया, वहीं दूसरी ओर वह कई कॉपीराइट विवादों में भी घिरे। ‘पहली नजर’ की धुन पर चोरी का आरोप लगा, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ। इसके अलावा फिल्म एजेंट विनोद के गाने ‘पुंगी’ पर भी आरोप लगे, हालांकि बाद में आरोप लगाने वाले बैंड ने माफी मांग ली। प्रीतम ने एक इंटरव्यू में माना कि उन्होंने करियर की शुरुआत में कुछ गलतियां कीं, लेकिन साथ ही ये भी कहा कि कई बार उन पर झूठे आरोप भी लगाए गए। आज वे इंडस्ट्री के उन चुनिंदा संगीतकारों में हैं, जिनकी धुनें युवाओं के दिलों में बसती हैं।