जितेंद्र कुमार (Photo Credits: Instagram)
मुंबई: भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की बढ़ती संख्या ने कई प्रतिभाशाली कलाकारों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाए तथा उन्हें अपना हुनर पेश करने का अवसर दिया. बीते कुछ वर्षों में अभिनेता जितेंद्र कुमार ने भी डिजिटल स्पेस में अपने काम से फैंस के बीच बड़ी कामयाबी हासिल की. टीवीएफ के कई शोज में काम कर चुके जितेंद्र ने ‘कोटा फैक्ट्री’ और ‘पंचायत’ सीरीज में अपने अभिनय से बड़ी पॉपुलैरिटी हासिल की. अब वो जल्द ही ‘पंचायत सीजन 2’ लेकर दर्शकों के बीच लौट रहे हैं. हाल ही में जितेंद्र ने इस शो को लेकर नवभारत से विशेष बातचीत की जहां उन्होंने अपने करियर और गांव कनेक्शन समेत कई विषयों पर खुलकर बातचीत की. पेश है इस चर्चा के कुछ अंश…
· ‘पंचायत’ सीरीज को मिली सफलता पर कितनी खुशी महसूस होती है और युवाओं से क्या कहना चाहेंगे?
मुझे लगता है हमारे देश में कई महत्वपूर्ण बदलाव तेजी से हो रहे हैं और हमें मुसीबतों से डरना नहीं बल्कि उसका सामना करना चाहिए. जब मैंने ‘पंचायत’ सीरीज की जहां मैंने एक सचिव का किरदार निभाया, तो मुझे कई ऐसे लोगों ने मैसेज करके अपनी फोटो भेजी जो वाकई में ग्राम पंचायत में या सचिव के रूप में काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि हम कुछ इस तरह से ही गांवों में काम करते हैं. तो ये देखकर काफी अच्छा महसूस हुआ कि हमारी कहानी उन जगहों तक पहुंची है.
· आप ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई लेकिन एक कलाकार के रूप में करियर बनाना पसंद किया, क्या अपने फैसले से संतुष्ट हैं?
मैंने अपनी पढ़ाई के बाद कई सारे जॉब्स किये और उस दौरान मुझे एहसास हुआ कि मैं ये काम भले ही कर रहा हूं लेकिन मुझे इसमें उतनी सफलता नहीं मिलेगी. तब मुझे एहसास हुआ कि मैं एक्टिंग के क्षेत्र में कुछ कर सकता हूं लेकिन उसके लिए मुझे सीखना होगा. मैंने एक्टिंग स्कूल्स में भी कोशिश की लेकिन वहां भी मेरा चुनाव नहीं हुआ. लेकिन यूट्यूब ने मुझे बड़ा अवसर दिया और वहां से मेरा काम लोगों के जहां में बसना शुरू हुआ.
· भारत अपने शहरों से नहीं बल्कि गांवों से बना है, गांव में क्या चीजें हैं जो शहर कभी पूरा नहीं कर सकता?
गांव की सबसे खास बात ये है कि आप पूरे दिन को महसूस कर सकते हैं. शहरों में हम काम ही सुबह 11 बजे या उसके बाद से शुरू करते हैं. लेकिन गांव में सुबह से लेकर शाम तक हर पहर को हम जीते हैं. शहरों में ऐसा नहीं होता. ऊपर से गांवों में जो ताजगी है वो शहरों में नहीं मिल सकती.
· ‘पंचायत 2’ को कहां शूट किया गया और गांव में शूटिंग के दौरान किसी दिक्कत का सामना करना पड़ा?
इस सीरीज को हमने मध्य प्रदेश के गांव महौडिया (सिहोर जिला) में असली पंचायत के बीच जाकर शूट किया. काफी अच्छा गांव था और इस वजह से शूटिंग में दिक्कत नहीं आई. मुझे कुछ दिन बाद पता चला कि गांव की बड़ी आबादी कमाने के लिए शहर गया हुआ है और वहां केलव वृद्ध और बच्चे हैं. उन्होंने शूटिंग में कभी कोई परेशानी खड़ी नहीं की. वें भी एन्जॉय कर रहे थे कि शहर से एक टीम आई है और यहां वो शूटिंग कर रहे हैं.
· क्या ‘पंचायत’ के इस नए सीजन में आप रिंकी से शादी करेंगे?
शो में इस बार भी आपको कई जलवे देखने को मिलेंगे लेकिन हां, शादी तो नहीं होगी. कहानी धीमी गति से बढ़ रही है और हमने इसमें कई दिलचस्प चीजें जोड़ी हैं
· बायोपिक का दौर है, आप किस शख्सियत पर फिल्म में काम करना चाहेंगे?
वैसे तो हमारे देश में कई दिग्गज हस्तियां रही हैं लेकिन आज के समय में मैं अरविंद केजरीवाल का किरदार निभाना चाहूंगा. वो काफी प्रेरणात्मक व्यक्ति हैं और इसलिए उनकी भूमिका अदा करने मजा आएगा.