मंचू भक्तवत्सलम नायडू कैसे बने मोहन बाबू
Mohan Babu Birthday Special: मंचू भक्तवत्सलम नायडू को लोग अब मोहन बाबू के नाम से पहचानते हैं। तेलुगू सिनेमा के दिग्गज कलाकार मोहन बाबू का जन्म 19 मार्च 1946 को मोधुगुलापलेम, तिरुपति, मद्रास प्रेसीडेंसी में हुआ था। यह क्षेत्र वर्तमान में भारत के आंध्र प्रदेश राज्य में मौजूद है। कुछ दिनों पहले ही मोहन बाबू पर सूर्यवंशम फिल्म की अभिनेत्री सौंदर्या की हत्या करवाने का आप एक शख्स ने लगाया था, हालांकि बाद में सौंदर्या के पति की तरफ से सफाई सामने आई की मोहन बाबू पर लगाया गया आरोप निराधार है। वहीं कुछ दिनों पहले मोहन बाबू पत्रकार पर किए गए हमले को लेकर विवादों में घिर गए थे, बेटे के साथी संपत्ति को लेकर भी उनका विवाद चल रहा है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि मोहन बाबू का जीवन विवादों से घिरा रहा है।
पत्रकार पर किए गए हमले के मामले में सुप्रीम कोर्ट से तेलुगू अभिनेता और निर्देशक मोहन बाबू को राहत मिली और उनकी अग्रिम जमानत याचिका को स्वीकार कर लिया गया। वहीं दूसरी तरफ मोहन बाबू का उनके बेटे के साथ संपत्ति को लेकर भी विवाद चल रहा है। उस विवाद में भी वह बुरी तरह से मुश्किल में फंसे हुए हैं। मीडिया में पिता और पुत्र के इस झगड़े को लेकर खूब चर्चा और बहस होती है। दोनों के बीच संपत्ति को लेकर हुआ विवाद पुराना नहीं है, यह कुछ समय पहले ही हुआ है। इसी विवाद को लेकर कथित तौर पर मोहन बाबू ने पत्रकार पर हमला किया था।
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मोहन बाबू के बेटे मंचू मनोज का आरोप है कि उनके पिता मोहन बाबू ने गलत तरीके से अपनी संपत्ति और फैमिली बिजनेस का बड़ा हिस्सा उनके बड़े भाई मंचू विष्णु को दे दिया है और इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा है। मोहन बाबू के फिल्मी करियर की अगर बात करें तो वह अब तक तेलुगू सिनेमा की लगभग 500 से अधिक फिल्मों में मुख्य और सहायक भूमिका में काम कर चुके हैं। उन्हें कई फिल्मों के लिए अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है। उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत ‘स्वर्गम नरकम’ नाम की फिल्म से की थी।