लकी अली के अनसुने किस्से, सिंगर ने इस वजह से छोड़ दिया बॉलीवुड
Lucky Ali-Meena Kumari: लकी अली ने अपनी सुरीली आवाज से बॉलीवुड की कई फिल्मों को संवारा। लेकिन वह एक मशहूर इंडी पॉप गायक हैं। लकी अली ने बॉलीवुड को अलविदा कह दिया है, क्योंकि उन्होंने यह बताया था कि बॉलीवुड में बहुत बदतमीजी है। बॉलीवुड बदल गया है। आजकल जो फिल्में बन रही है, उनमें प्रेरणा की कमी है। मुझे लगता है कि इन फिल्मों में सीखने लायक कुछ नहीं है। इतना ही नहीं हाल ही में उन्होंने चौथी बार शादी करने की इच्छा भी जताई थी, जिस वजह से वह सुर्खियों में आ गए थे।
लकी अली का जन्म 19 सितंबर 1958 को हुआ था। वह मोहम्मद के आठ बच्चों में से दूसरे नंबर के हैं। लकी अली की मां मधु अली मीना कुमारी की बहन थी। लकी अली की मां के परिवार का रिश्ता रविंद्र नाथ टैगोर के परिवार के साथ था। लकी अली ने अपने करियर की शुरुआत बाल कलाकार के तौर पर पिता मोहम्मद अली की फिल्मों से की थी। वह पहली बार छोटा नवाब नाम की फिल्म में नजर आए थे। उसके बाद वह महमूद की ही फिल्म कुंवारा बाप में भी नजर आए। जबकि हीरो के तौर पर उन्होंने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत 2002 में आई फिल्म ‘सुर’ से की थी। इसके बाद वह ‘कांटे’, ‘गुड लक’ और ‘रनवे’ जैसी फिल्मों में नजर आए। 2009 में उन्होंने एक्टिंग को अलविदा कह दिया था।
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फिल्म में प्लेबैक सिंगिंग उन्होंने ‘एक बाप छः बेटे’ नाम की फिल्म से की थी। इस फिल्म में उन्होंने ‘वॉकिंग ऑल अलोन’ गीत गया था। इसके अलावा वह ‘दुश्मन दुनिया का’ नाम की फिल्म में ‘नशा-नशा’ गीत गाने के लिए भी पहचाने जाते हैं। इस फिल्म को महमूद ने बनाया था और इस फिल्म में उनके भाई मंजूर अली मुख्य भूमिका में थे। लकी अली ने ‘क्यों चलती है पवन’ और ‘एक पल का जीना’ जैसे मशहूर फिल्मी गीत भी गाए हैं। यह गीत साल 2000 में आई ऋतिक रोशन की फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ का है इसके अलावा उन्होंने ढेर सारे एल्बम भी बनाए हैं जिसमें ‘सुनो’, सिफर’, ‘अक्स’, ‘गोरी तेरी आंखें’ जैसे एल्बम का नाम शामिल है।