हम सभी इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि लता मंगेशकर ने 13 साल की उम्र में काम करना शुरू किया था। उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर एक प्रसिद्ध मराठी शास्त्रीय गायक होने के साथ-साथ एक अभिनेता भी थे। लता दीदी 5 साल की उम्र से अपने पिता के संगीत नाटकों में अभिनय करती थी। लता के पिता ने शास्त्रीय गायन सिखाया था, बल्कि अमानत खान, पंडित तुलसीदास शर्मा और अमन अली खान जैसे शास्त्रीय संगीत के जादूगरों से भी सबक लिया था। जब लता मंगेशकर के पिता का देहांत हुआ तब वह सिर्फ 13 साल की थी। इसलिए, परिवार में सबसे बड़ी होने के नाते, जिम्मेदारी उन पर आ गई।
लता मंगेशकर ने साल 1 9 42 में 13 साल की उम्र में एक गायक और अभिनेत्री के रूप में अपना करियर शुरू किया। उनका पहला गीत मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ के लिए था लेकिन बाद में इस फिल्म से गाने को हटा दिया गया था। इसके बाद एक पारिवारिक मित्र, विनायक दामोदर ने उन्हें नौकरी दिलाने में मदद की।
लता मंगेशकर ने अपना पहला हिंदी गाना साल 1943 में गाना था। इस फिल्म का नाम गजाभाऊ था और गाने के बोले ‘माता एक सपूत की दुनिया बदल दे तू’ था। लेकिन अब लता मंगेशकर ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। 6 फरवरी को सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में आखिरी सांस ली।