जितेंद्र पांडे की वजह से सैफ अली खान के अटैकर शहजाद को पकड़ पाई है मुंबई पुलिस
मुंबई: शहजाद को पकड़ने के लिए मुंबई पुलिस को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा, सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद 36 घंटे तक पुलिस के हाथ खाली थे। लेकिन पुलिस ने जैसे ही जितेंद्र पांडे नाम के शख्स को ढूंढ निकाला, शहजाद को गिरफ्त में लेने की पुलिस की उम्मीद सच होने लगी। पुलिस ने शहजाद को पकड़ने के लिए हजारों सीसीटीवी फुटेज खंगाले कई लोगों के मोबाइल नंबर ट्रेस किए गए। सैकड़ो लोगों से पूछताछ की गई। 35 से अधिक लोगों की टीम इस तलाश में जुटी हुई थी।
सैफ अली खान के घर से निकलने के बाद शहजाद ने सबसे पहले फोन जितेंद्र पांडे को ही किया था, जितेंद्र पांडे ने इस केस में पुलिस की मदद की और शहजाद को गिरफ्तार किया। शहजाद का प्लेन ए फेल हो चुका था। तो अब वह प्लान बी पर काम कर रहा था। उसका प्लान ए ये था कि लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हुआ जाए। लेकिन वह पूरी तरह से फेल हो गया था। प्लान बी के मुताबिक उसे खुद को पुलिस से बचाना था। पहले प्लान फेल होने के बाद वह बचकर निकलने में कामयाब तो हो गया था। लेकिन खुद को पुलिस से बचाना उसके लिए बड़ी चुनौती थी। वह प्लान बी पर काम कर रहा था। लेकिन इसी बीच उसने एक बहुत बड़ी गलती कर दी वो जितेंद्र पांडे को फोन कर बैठा।
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शहजाद की तलाश करते-करते पुलिस को जितेंद्र पांडे की जानकारी मिली, तो जितेंद्र पांडे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जितेंद्र पांडे शहजाद के साथ अंधेरी के वर्सोवा इलाके के सीसीटीवी फुटेज में नजर आया था। जितेंद्र पांडे के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने शहजाद के नंबर को ट्रेस किया तो ठाणे के एक लेबर कैंप की लोकेशन ट्रैक हुई। पांडे के मोबाइल नंबर से कॉल लगाई गई और शहजाद को मिलने के लिए बुलाया गया। जाल बिछाकर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। ऐसे में जितेंद्र पांडे को पुलिस का सारथी कहा जा सकता है क्योंकि उसके बिना शहजाद को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए बहुत मुश्किल हो जाता।