आमिर खान और इमरान खान (फोटो-सोर्स,सोशल मीडिया)
Imran Khan Financial Struggle: साल 2008 में जेनेलिया डिसूजा के साथ फिल्म ‘जाने तू… या जाने ना’ से डेब्यू करने वाले इमरान खान रातोंरात बॉलीवुड के नए पोस्टर बॉय बन गए थे। पहली ही फिल्म की जबरदस्त सफलता ने उन्हें उभरते सितारों की लिस्ट में शामिल कर दिया। हालांकि इसके बाद उनकी फिल्मों ने औसत प्रदर्शन किया और धीरे-धीरे उनका करियर रफ्तार खोता चला गया। बीते कई सालों से इमरान बॉलीवुड से पूरी तरह दूर हैं।
हाल ही में समदिश के पॉडकास्ट ‘अनफिल्टर्ड विद समदिश’ में बातचीत के दौरान इमरान ने अपने करियर, निजी जिंदगी और इंडस्ट्री की हकीकत पर खुलकर बात की। उन्होंने माना कि पहली फिल्म की सफलता के बाद उनकी फीस जरूर बढ़ी थी, लेकिन यह चमक ज्यादा समय तक कायम नहीं रह सकी और काम भी कम होता चला गया।
इमरान खान ने नेपोटिज्म को लेकर फैलने वाली धारणाओं पर भी खुलकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि लोग अक्सर मान लेते हैं कि आमिर खान का भतीजा होने का मतलब आसान सफलता है, जबकि सच्चाई इससे बिल्कुल अलग है। इमरान ने साफ शब्दों में कहा, “मेरे अंकल आमिर खान एक फिल्म स्टार हैं, लेकिन उनका पैसा मेरा नहीं है और न ही मुझे वो मिलने वाला है।” उनका कहना था कि फैमिली नाम मौके तो दिला सकता है, लेकिन स्टारडम, लगातार काम और आर्थिक सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं देता।
इंटरव्यू के दौरान इमरान ने फिल्म इंडस्ट्री में मौजूद पे गैप पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने रणवीर सिंह और रणबीर कपूर जैसे टॉप सितारों की भारी फीस का जिक्र करते हुए कहा कि इंडस्ट्री में कई कलाकार ऐसे भी हैं, जो सालों तक मेहनत करने के बावजूद फेयर सैलरी के लिए संघर्ष करते रहते हैं।
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एक दशक से ज्यादा समय से फिल्मों से दूर रहे इमरान ने यह भी स्वीकार किया कि काम न मिलने का सीधा असर उनकी आर्थिक स्थिति पर पड़ा। इस दौरान उनकी निजी जिंदगी में भी बड़े बदलाव आए, जिनमें पत्नी अवंतिका मलिक से अलगाव शामिल है। हालांकि इमरान ने कहा कि सही फाइनेंशियल प्लानिंग ने उन्हें मुश्किल समय में संभलने में मदद की। उन्होंने यह भी जोड़ा कि जिंदगी के हर फैसले को सिर्फ पैसों के नजरिए से नहीं देखना चाहिए—कई बार मानसिक शांति और खुशी ज्यादा जरूरी होती है।