
आतिशी, दिल्ली एलजी वीके सक्सेना (फोटो- सोशल मीडिया)
नई दिल्लीः उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कथित तौर पर दिल्ली की निवर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी से कहा कि वे विधानसभा चुनाव हार गई हैं, क्योंकि उन्हें “यमुना मैया का श्राप” लगा है। आतिशी आज अपना इस्तीफा सौंपने राजभवन गईं थी।
सूत्रों के अनुसार, जब आतिशी अपना इस्तीफा सौंपने राज निवास पहुंचीं तो दिल्ली के उपराज्यपाल सक्सेना ने उन्हें याद दिलाया कि कैसे उन्होंने जनहित के मुद्दों, खासकर यमुना नदी की सफाई पर सरकार को बार-बार आगाह किया था। उन्होंने कथित तौर पर आतिशी से कहा कि आप इसलिए हार गईं, क्योंकि उन्हें “यमुना मैया का श्राप लगा है”। इसके अलावा उन्होंने इस बात पर बी जोर दिया कि उन्होंने बार-बार उनके ध्यान में लाने के बावजूद कि जनता से जुड़े मामलों को नजरअंदाज किया।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने उनकी उपेक्षा जारी रखी है। दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले, यमुना नदी की सफाई का मुद्दा चुनाव प्रचार में छाया रहा और आप संयोजक केजरीवाल ने दावा किया कि हरियाणा सरकार “यमुना” नदी में “जहर” मिला रही है। विधानसभा चुनावों से पहले अपने चुनावी भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि भाजपा “यमुना जी को दिल्ली की पहचान” बनाएगी।
दिल्ली चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की और 27 साल बाद राष्ट्रीय राजधानी में आप को सत्ता से बेदखल कर सत्ता में वापसी की। इसने 70 में से 48 सीटें जीतकर दो तिहाई बहुमत हासिल किया, जबकि आप की सीटों की संख्या में भारी गिरावट आई और यह 62 से घटकर 22 पर आ गई। हालांकि, आतिशी ने कड़े मुकाबले के बाद कालकाजी सीट बरकरार रखी और भाजपा के रमेश बिधूड़ी को 3,521 मतों के अंतर से हराया।
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कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र में आतिशी की जीत आप के लिए खास है, खासकर इसलिए क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित इसके कई शीर्ष नेता अपने निर्वाचन क्षेत्र हार गए। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सातवीं विधानसभा को भंग कर दिया। विधानसभा के भंग होने से भाजपा के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजधानी में नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त होता है। एलजी के आदेश में कहा गया है, “राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली शासन अधिनियम, 1991 की धारा 6 की उपधारा (2)(बी) द्वारा मुझे प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए, मैं, विनय कुमार सक्सेना, दिल्ली के उपराज्यपाल, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सातवीं विधानसभा को 8 फरवरी, 2025 से भंग करता हूं।”






