अरविंद केजरीवाल (सोर्स:- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। जहां शराब नीति मामले में जेल में बंद अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका को दिल्ली हाईकोर्ट ने टाल दिया था, जिसके बाद आज यानी 7 अगस्त (बुधवार) को दिल्ली हाईकोर्ट केजरीवाल के खिलाफ ईडी की याचिका पर सुनवाई करने वाली है।
आज दिल्ली हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई को लेकर ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि आज केजरीवाल को दिल्ली हाईकोर्ट से राहत मिलनी संभावना है, जिसके बाद अब देखने वाली बात ये होगी सीएम केजरीवाल के मामले में आज होने वाली सुनवाई में उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट से कितनी राहत मिलती है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते 20 जून को रात 8 बजे राउज एवेन्यू कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी थी। इस मामले में फैसला सुनाते हुए जज न्याय बिंदु की बेंच ने कहा था कि ईडी के पास अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कोई सीधा सबूत नहीं है, जिसके बाद कोर्ट ने केजरीवाल को 1 लाख रुपये के बेल बॉन्ड पर जमानत दे दी थी।
इसी बात को मद्देनजर रखते हुूए 21 जून को ईडी ने राउज एवेन्यू के फैसले के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इस याचिका में ईडी के वकील एसवी राजू ने जस्टिस सुधीर जैन और जस्टिस रविंदर डुडेजा की बेंच के सामने दलील दिया था कि निचली अदालत का फैसला सही नहीं है। हमें अपनी दलीलें पेश करने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला।
ये भी पढ़ें:-जहरीला खाना खाने से आश्रम विद्यालयों के 400 से अधिक छात्र पड़े बीमार, अस्पताल में किया गया भर्ती
लगातार जमानत के लिए संघर्ष कर रहे दिल्ली के सीएम केजरीवाल के वकील ने पिछली सुनवाई में कहा था कि दिल्ली हाईकोर्ट में जमानत याचिका को लेकर हाईकोर्ट में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत उन्हें अंतरिम जमानत दी गई है। आगे उन्होंने कोर्ट से कहा कि उन्हें और अधिक समय चाहिए। क्योंकि ED ने याचिका पर नया जवाब दाखिल किया है। इसके बाद कोर्ट ने मामले को 6 अगस्त तक स्थगित कर दिया था।
ये भी पढ़ें:-बांग्लादेश अंतरिम सरकार के प्रमुख बने मो.यूनुस, हसीना को ब्रिटेन में पनाह मिलना मुश्किल
इससे पहले 12 जुलाई को कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के धार्मिक मामले में जांच आयोग की सुनवाई 25 जुलाई तक बढ़ा दी थी।केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मामलों के संबंध में न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद केजरीवाल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा के समक्ष पेश किया गया था।