भूपेश बघेल (फोटो-सोशल मीडिया)
नई दिल्लीः भाजपा के बाद अब कांग्रेस पार्टी ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आड़े हाथों लिया है। दरअसल पिछले दिनों केजरीवाल ने 10 साल के अपने कार्यकाल के लिए नोबेल पुरस्कार पाने की इच्छा जताई थी। केजरीवाल की इस इच्छा पर कांग्रेस ने जोरदार पलटवार किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अगर शराब की एक बोतल पर एक फ्री वाली योजना पर कोई पुरस्कार होता है तो केजरीवाल को वह देना चाहिए।
गुरुवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि केजरीवाल के कामों को लेकर जनता नोबेल पुरस्कार की मांग करती तो अच्छी बात होती। उन्होंने कहा कि कोई खुद से पुरस्कार के लिए कैसे मांग कर सकता है। आपने (अरविंद केजरीवाल) दिल्ली में क्या काम किया है, दिल्ली की जनता जानती है।
पंजाब की कानून व्यवस्था का बुरा हाल: बघेल
इतना ही नहीं बघेल ने कहा कि आगे कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली में शराब घोटाला किया। लोगों को एक बोतल पर एक बोतल फ्री की योजना दी। अगर इस योजना के लिए कोई पुरस्कार है तो उन्हें देना चाहिए। इस दौरान उन्होंने पंजाब की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाया। कांग्रेस नेता ने कहा कि पंजाब का हाल बहुत बुरा है। हाल ही में एक जाने-माने व्यापारी की हत्या कर दी जाती है। वहां की सुरक्षा भगवान भरोसे है।
‘सुप्रीम कोर्ट से न्याय की उम्मीद’
वहीं बिहार मतदाता सूची संशोधन पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि हमारी एकमात्र उम्मीद यह है कि सुप्रीम कोर्ट इसमें हस्तक्षेप करेगा। चुनाव आयोग पहले ही समझौता कर चुका है और बिहार में गरीब लोगों के अधिकारों को दबाने की भाजपा की साजिश के एजेंट के रूप में काम कर रहा है। वोटर लिस्ट में मेगा वेरिफिकेशन का एकमात्र मकसद गरीबों का वोट छीनना है। सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है कि इस मामले में न्याय मिलेगा।
ये भी पढ़ें-बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन जारी रहेगा, सुप्रीम कोर्ट बोला-आधार, निर्वाचन…
‘गरीबों का वोट छीनना भाजपा ने माना अधिकार’
बघेल ने कहा कि जिस तरह से चुनाव से पहले यह वेरिफिकेशन ड्राइव चलाई जा रही है। इससे एक चीज साफ है कि लोकतंत्र पर अटैक करना भाजपा की आदत बन चुकी है। गरीबों का वोट छीनना भाजपा ने अपना अधिकार मान लिया है। 18 साल का व्यक्ति वोट देने का अधिकार पाता है, भाजपा यह अधिकार भी छीन रही है।
-एजेंसी इनपुट के साथ