अरविंद केजरीवाल व एलजी वीके सक्सेना (सोर्स-सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में जमानत पर तिहाड़ से बाहर आने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। कल यानी मंगलवार 17 सितंबर को शाम 4.30 बजे अरविंद केजरीवाल दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वह उन्हें अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं।
आम आदमी पार्टी ने थोड़ी देर पहले ही जानकारी दी थी कि अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल से मुलाकात का समय मांगा है। पार्टी की ओर से यह जानकारी मिलने के कुछ देर बाद ही उपराज्यपाल ने उन्हें कल शाम 4.30 बजे मुलाकात का समय दिया है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कल यानी रविवार को कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ऐलान किया था कि वह दो दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा था कि जब तक जनता का फैसला नहीं आ जाता, वह सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी मांग की है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव इसी साल नवंबर में कराए जाएं।
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उन्होंने कहा कि अगले साल फरवरी में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। मैं चाहता हूं कि महाराष्ट्र के साथ ही दिल्ली में भी विधानसभा चुनाव हो। उनका कहना है कि मुझे अदालत से न्याय मिला है, अब मैं जनता की अदालत से भी न्याय चाहता हूं।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सोमवार को कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना ‘शालीनता’ का पालन नहीं बल्कि ‘मजबूरी’ में लिया गया फैसला है। सचदेवा ने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल के राज में दिल्ली सरकार का कोई भी विभाग भ्रष्टाचार से मुक्त नहीं है। आबकारी नीति मामले में जमानत पर तिहाड़ जेल से रिहा होने के दो दिन बाद रविवार को केजरीवाल ने कहा था कि वह 48 घंटे के भीतर अपने पद से इस्तीफा दे देंगे और दिल्ली में जल्द चुनाव कराने की मांग करेंगे।
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