
दिल्ली धमाके की तस्वीर, (सोर्स- सोशल मीडिया)
Delhi Red Fort Blast: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम एक कार में बड़ा धमाका हुआ। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर के रख दिया है। धमाका इतना भयावह था कि 50 मीटर तक तबाही का असर दिखा और पीड़ितों के शरीर के हिस्से दूर-दूर तक बिखर गए। अब जांच एजेंसियों ने एक पेड़ पर लटकी हुई लाश बरामद की है, जिससे मौत के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है।
10 नवंबर 2025 की शाम, लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास खड़ी एक कार अचानक फट पड़ी। आवाज इतनी जबरदस्त थी कि आसपास मौजूद लोग अपने कान बंद कर भागने लगे। विस्फोट में 5 से 10 किलो विस्फोटक पदार्थ के इस्तेमाल की आशंका है। धमाके से कई वाहन जल गए, सड़क पर आग फैल गई और मेट्रो स्टेशन के कांच के दरवाज़े चटक गए।
विस्फोट इतना पावरफुल था कि एक व्यक्ति का शरीर सीधे हवा में उछल गया और कुछ मीटर दूर एक पेड़ में जाकर फंस गया। जांच एजेंसियों को यह लाश अगले दिन सुबह सबूत तलाशते वक्त दिखी। अधिकारी बताते हैं कि पहले मृतकों की संख्या आठ थी, लेकिन इस शव के मिलने के बाद आंकड़ा दस तक पहुंच गया। यह नज़ारा इतना चौंकाने वाला था कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी भी कुछ पल तक सन्न रह गए।
ब्लास्ट ने इलाके का नक्शा बदल दिया। कंक्रीट की दीवारें दरक गईं, शीशे टूट गए और धातु के टुकड़े हवा में उड़ने लगे। मेट्रो स्टेशन और पास के मंदिर की खिड़कियां भी चकनाचूर हो गईं। वहां खड़ी गाड़ियों में आग लग गई, और लोग धुएं के बीच जान बचाने को भागते दिखे।
धमाके के वक्त मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि अचानक तेज रोशनी और विस्फोट की आवाज ने चारों ओर अंधेरा और अफरा-तफरी फैला दी। एक चश्मदीद ने बताया कि पूरा इलाका हिल गया… लगा जैसे धरती कांप रही हो।
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जांच टीमों ने बताया कि मंगलवार सुबह जब वे घटनास्थल की तलाशी ले रहे थे, तभी उनकी नजर एक पेड़ की ऊंची शाखा पर पड़ी, जहां एक व्यक्ति का शरीर लटक रहा था। शव को नीचे उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। अधिकारियों का कहना है कि यह शव ब्लास्ट के दौरान हवा में उछले व्यक्ति का हो सकता है।






