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इंफाल: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर एक बार फिर हिंसा की चपेट में आ गया है। सोमवार को चुराचांदपुर जिले के मोंगजंग गांव के पास अज्ञात हमलावरों ने कार में सवार चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतकों में एक 60 वर्षीय महिला भी शामिल है। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया है और प्रशासन ने एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह हमला दोपहर करीब 2 बजे हुआ जब पीड़ित कार में यात्रा कर रहे थे। हमलावरों ने बेहद नजदीक से गोलियां चलाईं और घटनास्थल पर 12 से अधिक खाली कारतूस बरामद हुए हैं। चुराचांदपुर जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर दूर मोंगजंग गांव में यह वारदात हुई।
अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली जिम्मेदारी
मणिपुर में मई 2023 से शुरू हुई जातीय हिंसा के बाद से चुराचांदपुर जिले को सबसे अधिक संवेदनशील माना जा रहा है। हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है और न ही मृतकों की पहचान सार्वजनिक हो पाई है। पुलिस ने इलाके को घेर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट है कि हमला सुनियोजित था और हमलावरों ने पहले से रेकी कर रखी थी। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और परिजनों की तलाश की जा रही है।
बार-बार हिंसा से डर में जी रहे लोग
बीते एक साल में मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच गहरी खाई बन चुकी है। इस ताजा हमले ने एक बार फिर आम लोगों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, आए दिन होने वाली फायरिंग और हत्याओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
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राज्य सरकार और केंद्र से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। हालांकि बार-बार हो रही हिंसक घटनाओं के कारण लोगों में पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर रोष भी है। मणिपुर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की टीमें फिलहाल स्थिति को नियंत्रण में रखने की कोशिश कर रही हैं।