
भंडारा स्वास्थ्य विभाग में फर्जी भर्ती रैकेट का पर्दाफाश (फाइल फोटो)
Cheating In The Name Of Providing Jobs: भंडारा जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग में फर्जी भर्ती रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। इस रैकेट ने युवाओं को स्वास्थ्य सेवक पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर प्रति उम्मीदवार 15 लाख रुपये लेकर ठगी की। अमरावती पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, भंडारा जिले में स्वास्थ्य सेवक पदों पर नियुक्ति कराने के नाम पर विजय यावलकर (भंडारा निवासी) और उनके साथी ने कई युवाओं से लाखों रुपये वसूले। ठगों ने युवाओं को बनावट नियुक्ति पत्र और नकली सरकारी शिक्के देकर यह विश्वास दिलाया कि उनकी सरकारी नौकरी लग गई है। अमरावती जिले के दर्यापुर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले एक गांव के युवक से भी इसी तरह ठगी की गई।
आरोपी ने युवक को स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त करने का फर्जी जॉइनिंग लेटर दिया। जब युवक भंडारा में नौकरी ज्वाइन करने पहुंचा, तब उसे फर्जीवाड़े का पता चला।
पीड़ित युवक ने दर्यापुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर अमरावती पुलिस की एक विशेष टीम ने एक सुनियोजित जाल बिछाकर विजय यावलकर और पुणे के एक अन्य आरोपी को भंडारा से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से फर्जी नियुक्ति पत्र और सरकारी विभागों की नकली मुहरें बरामद की हैं।
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पुलिस के अनुसार, इस रैकेट में और भी लोगों की संलिप्तता होने की संभावना है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया जाएगा। इस खुलासे के बाद भंडारा जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।






