दिल्ली पुलिस ने पकड़े अवैध बांग्लादेशी
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान तनाव के बीच देश में अवैध रूप से रह रहे गैर भारतीयों को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी दिशा में हरियाणा के मेवात में ईंट-भट्टों पर काम करने वाले 9 बांग्लादेशियों को दिल्ली पुलिस ने पकड़ा है। ये परिवार अवैध रूप से कई साल से दिल्ली में ही रह रहा था। ये अवैध तरीके से भारत में घुस आए थे और गिरफ्तारी के डर से कई साल से फरार चल रहे थे।
अब तक सवा सौ से अधिक अवैध बांग्लादेशियों को देश से निकाला जा चुका है। सभी राज्यों को निर्देश दिया गया है कि अवैध घुसपैठियों को तलाश कर गिरफ्तार किया जाए। इस दिशा में लगातार अभियान चलाकर छापेमारी की जा रही है और संदिग्धों के कागजात चेक किए जा रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अवैध बांग्लादेशियों के बारे में सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम ने वजीरपुर जेजे कॉलोनी में छापेमारी की। इस दौरान निगरानी और सत्यापन अभियान चलाया जिसके तहत ऐसे ही एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया। उससे पूछताछ की गई तो उसके परिवार में नवजात सहित आठ अन्य बांग्लादेशी नागरिकों के बारे में पता चला। ये सभी बिना किसी जो वैध दस्तावेज के भारत में रह रहे थे। इन्हें उत्तर-पश्चिम दिल्ली के भारत नगर इलाके से पकड़ा गया।
अधिकारियों ने बताया कि अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के पास से एक स्मार्टफोन भी जब्त किया गया है। इस फोन में प्रतिबंधित वीडियो कॉल और चैटिंग ऐप भी था। बताया जा रहा है कि इसका इस्तेमाल ये परिवार बांग्लादेश में अपने रिश्तेदारों से बात करने के लिए किया करता था। बांग्लादेश से उनके साथ और कौन लोग भारत में आए थे, इस बारे में भी पूछताछ की जा रही है।
दिल्ली की CM रेखा गुप्ता से क्यों मिलना चाहती हैं आतिशी? पत्र लिखकर मांगा समय
परिवार ने बताया कि वे पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के रास्ते अवैध रूप से देश में घुसे थे। उन्होंने पहले भारतीय नागरिकता का दावा किया, लेकिन सख्ती के बाद बांग्लादेश के कुरीग्राम जिले के रहने वाले निकले। बांग्लादेशियों में एक 45 दिन का शिशु भी शामिल है। सभी को निर्वासन प्रक्रिया के लिए विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) को सौंप दिया गया है।