हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में ढेर सारी नौकरियां
नई दिल्ली: नौकरी के लिए परेशान युवाओं का बड़ी खबर आ रही है। विशेषज्ञों की माने तो हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में अगले कुछ सालों में लगभग 10 लाख नौकरियां बढ़ने की उम्मीद है। दरअसल कोरोना के बाद इस क्षेत्र में प्रतिभाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ा है।दरअसल कोरोना के चलते बिखर चुकी हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में अब फिर से तेजी दिख रही है।
जहां साल 2023 इस सेक्टर के लिए काफी मुनाफे वाला साबित हुआ वहीं अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि, अगले साल टूरिज्म सेक्टर में नई बहार आएगी और इसकी मदद से हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में भी मजबूत ग्रोथ देखने को मिलेगी। इसके चलते न सिर्फ इन सेक्टर में कारोबार बढ़ेगा बल्कि बंपर नौकरियां भी मिलेंगी। इसके साथ ही होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (HAI) ने अनुमान जताया है कि होटल इंडस्ट्री भारत की जीडीपी में 2047 तक एक ट्रिलियन डॉलर का योगदान देने लग जाएगी।
मामले पर रैंडस्टैंड इंडिया के निदेशक संजय शेट्टी ने कहा, हॉस्पिटैलिटी उद्योग में प्रतिभा की मांग और आपूर्ति का अंतर फिलहाल 55-60 % है। शेट्टी की मानें तो कोरोना महामारी के बाद नौकरियों में उछाल तो है, लेकिन इसके पहले प्रतिभा की मांग में कमी देखने को मिली थी। ऐसे मे यह नई रफ्तार अगले कुछ वर्षों तक जारी रह सकती है।
इस बाबत अगर विशेषज्ञों की मानें तो, कुछ कंपनियां मौजूदा प्रतिभा को ही अपने हिसाब से निखार रही हैं। वहीं मांग को पूरा करने के लिए अन्य उद्योगों से भी जरुरी भर्तीयां कर रही हैं। जिसके चलते अन्य क्षेत्रों ने बढ़ीया वेतन, लाभ और समुचित करियर विकास की पेशकश कर ऐसी प्रतिभाओं को आकर्षित करने के प्रयास भी अब और तेज कर दिए हैं।
हॉस्पिटैलिटी उद्योग के जानकारों का यह भी अनुमान है कि साल 2023 के दौरान पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी उद्योग ने लगभग 1.11 करोड़ लोगों को रोजगार दिया है। ऐसे में बढ़ते जरुरत के चलते उद्योग में इस साल यानी 2024 तक 1.18 करोड़ और लोगों की जरूरत हो सकती है। ऐसा ही मांग साल 2028 तक 16.5 % की वार्षिक वृद्धि के साथ बढ़कर 1.48 करोड़ पहुंचने की संभावना है।