प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: freepik)
आज के युग में मार्केटिंग, बैंकिंग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकांउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है। साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर माना जाता है। स्टॉक ब्रोकर वह होता है, जो शेयर मार्केट में अपने क्लाइंट के लेन-देन मामलों को देखता है।
एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज और निवेशक के बीच एक कड़ी का काम करता है। बिना बोकर के कोई भी निवेशक अपना सौदा शेयर मार्केट में नहीं डाल सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखना चाहते हैं, तो आपको एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है और आपके यह दोनों अकाउंट एक स्टॉक ब्रोकर संभालता है।
ब्रोकर अपने क्लाइंट को शेयर मार्केट में हो रहे उतार-चढ़ाव की भी जानकारी देता है। वह शेयर मार्केट में कब, कैसे, क्यों पैसे निवेश करने चाहिए यह भी बताता है। अगर किसी को शेयर मार्केट में निवेश करना हो, तो स्टॉक ब्रोकर ही सही राय दे सकता है, जिससे कि निवेश करने वाले व्यक्ति को फायदा हो।
स्टॉक ब्रोकर के रूप में अपना करियर बनाने के लिए उम्मीदवार बैंकिंग एंड फाइनेंस में पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं। यह एक वर्ष का कोर्स होता है। इसमें बैंकिंग ऑपरेशंस, फाइनेंस मैनेजमेंट, ट्रेड फाइनेंस जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
इसमें छात्रों को कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज के साथ-साथ बिजनेस कम्युनिकेशन और शेयर बाजार किस तरह काम करता है, इसकी नॉलेज भी दी जाती है। इस कोर्स के होते ही स्टूडेंट्स को स्टॉक ब्रोकिंग प्रोसेस के बेसिक प्रिंसिपल्स से परिचित कराने के लिए स्टूडेंट्स को क्लाइंट्स के साथ-साथ कंपनियों के लिए स्टॉक खरीदने और बेचने की ट्रेनिंग भी दी जाती है।
इसके लिए छात्र को कॉमर्स स्ट्रीम से उत्तीर्ण होना चाहिए। इसमें करियर बनाने वाले छात्रों की मार्केटिंग, बिजनेस, अकाउंटिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रो में रुचि होनी चाहिए। इसके अलावा आप में तुरंत फैसला लेने का साहस होना चाहिए तथा ग्राहक के किसी भी सवाल का संतोषजनक जवाब देने में निपुण होकर अपनी कंपनी के सभी उत्पादों का भली प्रकार का ज्ञान होना जरूरी है।
इसमें आप फाइनेंशियल एडवाइजर, बैंक ब्रोकर, इंडिपेंडेंट ब्रोकर, इक्विटी एनालिस्ट, स्टॉक ब्रोकिंग फर्म/कंपनी, इन्वेस्टमेंट बैंकर के तौर पर भी काम कर सकते हैं। साथ ही इन्वेस्टमेंट बैंक्स, पेंशन फंड ब्रोकिंग फर्म्स, म्यूच्युअल फंड, रिसर्च सेंटर्स, फाइनेंशियल / इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंसीज, न्यूज पेपर्स एंड मैगजीन्स / टीवी चैनल्स, इंश्योरेंस कंपनीज, मर्चेंट बैंक्स / बैंक्स जो स्टॉक ब्रोकिंग का काम करते हैं या बड़े बिजनेस ग्रुप्स / हाउसेज और कंपनियां आदि में अच्छे पद पर कार्यरत हो सकते हैं।
फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर: फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट्स को स्टॉक एडवाइजरी (कौन-सा शेयर कब खरीदें और कब बेचें), स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा, मोबाइल फोन पर ट्रेडिंग सुविधा और आईपीओ में इन्वेस्टमेंट की फैसिलिटी जैसी सर्विस देते हैं। इस सर्विस की फीस ज्यादा होती है। फुल टाइम स्टॉक ब्रोकर की कस्टमर सर्विस काफी अच्छी मानी जाती है।
SGPGI में नर्सिंग ऑफिसर समेत 1479 पदों पर निकली भर्ती, 1 लाख तक की सैलरी, जानें कैसे करें आवेदन
डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर: ये ब्रोकर अपने क्लाइंट से बहुत कम ब्रोकरेज लेकर शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा देते हैं। इनकी फीस कम होती है। डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट को स्टॉक एडवाइजरी और रिसर्च की सुविधा नहीं देते हैं। किसी का अकाउंट खोलने से लेकर इनके ज्यादातर काम ऑनलाइन ही होते हैं।