
चांदी। इमेज-एआई
Silver Price: भारत में सोने और चांदी की कीमतें अपने सबसे मजबूत सालाना प्रदर्शन को दिखा चुकी हैं। दिसंबर की शुरुआत तक सोने की कीमतें सालना 66 फीसदी तक चढ़ी हैं। चांदी की कीमत भी 85 फीसदी उछल चुकी है। साल 2025 सोने और चांदी में निवेश करने वालों के लिए शानदार साबित हुआ है। इस तेजी को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर कटौती की नई अपेक्षाओं, कमजोर डॉलर और कमजोर भारतीय रुपए ने समर्थन दिया है। इसमें चांदी ने सोने को पीछे छोड़ दिया है।
चांदी पहले ही इस साल दोगुनी से अधिक हो चुकी है। वर्तमान में एमसीएक्स पर 191100 रुपए प्रति किलो से ऊपर कारोबार कर रही। निवेशकों का ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि क्या चांदी 2025 में 2 लाख रुपए प्रति किलो छू सकती है। इस पर ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के अनुसार चांदी में रैली के अगले साल तक जारी रहने का अनुमान है। उनके मुताबिक चांदी की कीमत 2.3 लाख रुपए प्रति किलो तक जा सकती है।
चॉइस ब्रोकिंग के कमोडिटी एंड करेंसी एनालिस्ट आमिर मकदा का कहना है कि चांदी में लंबे समय से प्रतीक्षित ब्रेकआउट के बाद अब तेजी की पूरी संभावना है। व्यापारियों को चांदी की कीमत में गिरावट आने पर खरीदारी करनी चाहिए।
केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) की रिपोर्ट बताती है कि पिछले 5 वर्षों में चांदी की कीमत 120 प्रतिशत तक बढ़ी है। साल 2020 में चांदी की कीमत 50 हजार रुपए से 55 हजार रुपए तक गई थी। इसकी कीमतों में बढ़ोतरी के कई कारण हैं। इनमें प्रमुख रूप से औद्योगिक मांग में वृद्धि, आर्थिक अनिश्चितता से सुरक्षित निवेश को लेकर लोगों में रुचि बढ़ी है। सरकारी की नीतियों और वैश्चिक अर्थव्यवस्था में बदलाव।
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4 दिसंबर यानी बृहस्पतिवार की सुबह सोने के भाव में बढ़त दिखी थी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत बढ़कर 130740 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। मुंबई में भाव 130590 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना मजबूत है, जिसका हाजिर भाव 4,207.67 डॉलर प्रति औंस पर है। चांदी का भाव 191100 रुपये प्रति किलोग्राम है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी का हाजिर भाव 58.47 डॉलर प्रति औंस है। सोने और चांदी की कीमतों पर घरेलू और वैश्विक दोनों कारक प्रभाव डालते हैं।






