ट्रेन में फूड डिलीवरी (सौ. सोशल मीडिया )
अब भारतीय रेल और उससे जुड़ी फूड डिलीवरी सर्विसेज के लिए स्टूडेंट्स एक अहम कस्टमर सेगमेंट बन चुके हैं। हाल ही में जारी किए गए आंकड़े बताते हैं कि मई 2025 में गर्मी की छुट्टियों के दौरान बड़ी संख्या में छात्र ट्रेनों से अपने घर जाते समय फूड डिलीवरी सर्विस का जमकर उपयोग कर रहे थे।
आईआरसीटीसी की ई-कैटरिंग सर्विस से जुड़ी स्विगी की ट्रेन फूड डिलीवरी सर्विस में हर 3 में से एक कस्टमर्स स्टूडेंट्स रहा है। इतना ही नहीं, लगभग 20 प्रतिशत छात्रों ने एक ही जर्नी में 2 या 3 उससे ज्यादा बार ऑर्डर किया है। आमतौर पर एक स्टेशन पर रात का खाना और अगले स्टेशन में स्वीट्स मंगायी है।
जहां मैक्डॉनल्ड्स, पिज्जा हट और केएफसी जैसे ब्रांड्स का फास्ट फूड लोकप्रिय रहा है। साथ ही कई स्टूडेंट्स ने हेल्दी बाउल्स और क्लाउड किचन से मिलने वाले होम फूड जैसे ऑप्शन भी चुनें। इससे साफ हो गया है कि छात्रों का झुकाव स्वाद के साथ-साथ सेहत की ओर बढ़ रहा है।
स्टूडेंट्स द्वारा किए जाने वाले टोटल ऑर्डर में तकरीबन 70 प्रतिशत हिस्सेदारी इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स की रही है। खासकर आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी बीएचयू और वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जैसे कॉलेजों के स्टूडेंट्स ने ट्रेन में सबसे ज्यादा ऑर्डर किए हैं।
इन डिफेंस शेयरों से लग सकती है लॉटरी, जबरदस्त प्रॉफिट के लिए करें निवेश
आईआरसीटीसी की ई-कैटरिंग में टोटल 22 फूड पार्टनर हैं, जिनमें जौमेटो, फासोस और डोमिनोज भी शामिल हैं। जो 300 से ज्यादा स्टेशनों पर सर्विस दे रहे हैं। हालांकि, फिलहाल स्विगी की ट्रेन फूड डिलीवरी फेसिलिटी लगभग 100 स्टेशनों तक लिमिटेड है। आंकड़ों के अनुसार, कई स्टूडेंट्स ना सिर्फ खुद के लिए बार-बार ऑर्डर कर रहे हैं, बल्कि ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जहां किसी ने भी पूरे कोच के लिए बल्क में ऑर्डर किया हैं।