रियल एस्टेट सेक्टर (सौ. सोशल मीडिया )
केंद्रीय बैंक आरबीआई की ओर से आज आम जनता को रेपो रेट में कटौती का तोहफा मिला है। आज आरबीआई ने मार्केट एक्सपेक्टेशन से भी बढ़कर 50 बेसिक प्वाइंट की कटौती का ऐलान किया है। रेपो रेट में कटौती के कारण होम और कार लोन समेत सभी लोन की ईएमआई सस्ती हो जाएगी।
एक ओर जहां आरबीआई को इस बात की उम्मीद जतायी जा रही है कि इस फैसले से अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार मिलती है, तो रियल एस्टेट सेक्टर पर भी इसका सीधा असर देखा जा सकता है। रियल एस्टेट के एक्सपर्ट्स की राय है कि आरबीआई के इस फैसले ने रियल एस्टेट सेक्टर को एक बूस्टर डोज मिल सकता है।
त्रेहान ग्रुप के प्रबंध निदेश सारांश त्रेहान ने कहा है कि रेपो रेट में 0.50 बेसिक प्वाइंट की कटौती करके इसे 5.5 प्रतिशत पर लाने का आरबीआई का फैसला एक वेलकमिंग स्टेप है। ये भारत की इकोनॉमिक स्पीड के समर्थन का एक मजबूत इशारा है। उन्होंने कहा है कि रियल एस्टेट सेक्टर के लिए ये एक उपयुक्त प्रोत्साहन है, जो रेसिडेंशियल कैपेसिटी और खरीदारों की भावना में अहम सुधार लाएगा। कम इंटरेस्ट रेट का सीधा असर ईएमआई में कमी के रुप में देखा जा सकता है, जिससे संभावित घर खरीदरों का ज्यादा आत्मविश्वास के साथ खरीदारी का फैसला ले सकेंगे।
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केडब्ल्यू ग्रेुप के डायरेक्टर पंकज कुमार जैन ने कहा है कि रेपो रेट में 0.50 बेसिक प्वाइंट की कटौती रियल एस्टेट सेक्टर के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। इसका मुख्य कारण है कि आरबीआई ने घरेलू प्राइवेट कंज्पशन को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसा किया है। इस फैसले से ईएमआई तो कम होगी ही और नए घर खरीदारों को बेस्ट दरों पर होम लोन मिलेगा। खरीदारों के लिए एक राहत की खबर साबित होगी क्योंकि प्रॉपर्टी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं और आरबीआई के द्वारा इंटरेस्ट रेट में कमी करने से घर खरीदने वालों को चैन की सांस मिल सकती है।