पंजाब नेशनल बैंक, (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान करते हुए रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत की कटौती की है। इसके बाद अब बैंकों ने अपने कस्टमर्स को राहत देना शुरू कर दिए हैं। इसी कड़ी में पब्लिक सेक्टर के बैंक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने लोन की ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की कटौती करने का ऐलान किया है। इससे बैंक के मौजूदा और नए ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए पीएनबी ने कहा कि हमारे वैल्युएबल कस्टमर्स के लिए एक अच्छी खबर है। पंजाब नेशनल बैंक ने आपकी ईएमआई (EMI) को अधिक सस्ती बनाया दिया है। रेपो दर में कटौती (6.00 फीसदी से 5.50 फीसदी) के बाद, पंजाब नेशनल बैंक ने नौ जून, 2025 से प्रभावी, 0.50 फीसदी से आरएलएलआर (Repo Linked Lending Rate) को कम कर दिया है। प्रमुख Revised Benchmark Lending Rate (आरबीएलआर) में कमी के साथ, बैंक का होम लोन 7.45 प्रतिशत से शुरू होगा। जबकि ऑटो लोन 7.9 प्रतिशत प्रति वर्ष से शुरू होगा।
बता दें कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट को आधा प्रतिशत घटाकर 5.5 प्रतिशत पर लाने का फैसला किया गया। इसके साथ ही फरवरी 2025 से लेकर अब तक रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में कुल एक प्रतिशत की कटौती की जा चुकी है। हालिया कटौती के बाद रेपो रेट पिछले तीन साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है।
Great News for Our Valued Customers!
Punjab National Bank Makes Your EMIs More Affordable!Following the repo rate cut (6.00% ➝ 5.50%), Punjab National Bank has reduced its RLLR by 50 bps, effective from June 09, 2025.
💸 New Lower Interest Rates:
🏡 Home Loans from 7.45% p.a.… pic.twitter.com/3sj54vSVUD— Punjab National Bank (@pnbindia) June 6, 2025
RBI गवर्नर का बयान, बोले- बैंकों में विदेशी स्वामित्व की सीमा बढ़ाने पर नहीं है कोई विचार
इसके साथ ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने उम्मीद जताई है कि ब्याज दर में कटौती का आर्थिक वृद्धि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसका प्रभाव वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही में दिखेगा। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि पिछले रुझानों की तुलना में इस बार प्रमुख नीतिगत दर में कटौती का ग्राहकों के सत्र पर रुपांतरण कहीं अधिक तेजी से होगा। वहीं, संजय मल्होत्रा ने महंगाई को लेकर कहा कि ऐसा मना जा सकता है कि आरबीआई ने मूल्यवृद्धी के खिलाफ जारी जंग जीत ली है।