सेमीकंडक्टर (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश देश का वो राज्य है जिसकी पहचान अब स्मार्टफोन हब के तौर पर की जाने लगी है। इसी कड़ी में अब प्रदेश का नोएडा भी शामिल होने जा रहा है, ये क्षेत्र जल्द ही देश का सेमीकंडक्टर हब बन सकता है। ताईवान की बड़ी कंपनियों में से एक फॉक्सकॉन और आईटी सेवा प्रदाता कंपनी एचसीएल के ज्वाइंट वेंचर को इस काम के लिए नोएडा में जमीन मिल गयी है। बताया जा रहा है कि ये दोनों कंपनियां इस आवंटित की गई जगह पर सेमीकंडक्टर प्लांट लगा सकती है.
एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट में इस मामले से जुड़े लोगों ने कुछ अहम जानकारी साझा की है। जिसमें बताया गया है कि फॉक्सकॉन और एचसीएल के ज्वाइंट वेंचर को यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के एरिया में भूमि अधिग्रहण हुई है। बताया जा रहा है कि ये जगह नोएडा के जेवर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के काफी करीब है। इस रिपोर्ट में ये भी जानकारी दी गई है कि ये दोनों कंपनियां इस क्षेत्र में सेमीकंडक्टर आउटसोर्स्ड असेंबली एंड टेस्टिंग प्लांट लगाने की तैयारी कर रही है। जिसका सीधा मतलब है कि इस प्लांट पर सेमीकंडक्टर को असेंबल किया जाएगा।
कुछ सूत्रों के आधार पर पता चला है कि ताईवान की कंपनी फॉक्सकॉन इस प्रोजेक्ट पर कुल 37.2 मिलियन डॉलर का निवेश करने जा रही है, जिसके बदले कंपनी को ज्वाइंट वेंचर में 40 फीसदी हिस्सेदारी मिलेगी। आईटी कंपनी एचसीएल टेक को इस प्रोजेक्ट की बाकी बची हुई 60 फीसदी हिस्सेदारी मिलेगी। भारत में सेमीकंडक्टर उत्पादन बढ़ाने के लिए इन दोनों कंपनियों को गठित किया जा रहा है। हालांकि इससे पहले भी फॉक्सकॉन कंपनी ने वेदांता कंपनी के साथ मिलकर भारत में चिप बनाने की योजना बनायी थी, जो किसी कारणवश सफल नहीं हो पायी थी।
उत्तर प्रदेश का नोएडा पहले से ही देश का स्मार्टफोन हब बन चुका है। स्मार्टफोन इंडस्ट्री की सैमसंग जैसी बड़ी कंपनियों के यहां स्मार्टफोन प्लांट है। फॉक्सकॉन और एचसीएल के ज्वाइंट प्लांट लगाने के बाद ये क्षेत्र सेमीकंडक्टर का भी हब बन जाएगा। केंद्र सरकार पहले से ही भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सेमीकंडक्टर उत्पादन की ओर जोर दे रही है। सरकार ने इससे जुड़ी प्रोत्साहन योजना के बारे में भी ऐलान कर दिया है।