जेएसडब्ल्यू स्टील (सौ. सोशल मीडिया )
JSW Steel Quarterly Report: भारत के स्टील सेक्टर की दिग्गज कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील ने हाल ही में अपनी तिमाही रिपोर्ट जारी की है। इन तिमाही नतीजों के आधार पर जेएसडब्ल्यू स्टील को करेंट फाइनेंशियल ईयर 2025-26 की जून महीने वाली तिमाही में इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट बढ़कर दोगुना हो गया है।
जेएसडब्ल्यू स्टील की फाइनेंशियल ईयर 2025-26 की कमाई दोगुनी से ज्यादा होकर 2,209 करोड़ रुपये हो गयी है। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की समान तिमाही में जेएसडब्ल्यू स्टील को 867 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था।
जेएसडब्ल्यू स्टील ने शुक्रवार को शेयर मार्केट को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में टोटल इनकम 0.9 परसेंट बढ़कर 43,497 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 43,107 करोड़ रुपये थी।
जेएसडब्ल्यू स्टील ने हालांकि अपने खर्च को सालाना आधार पर 41,715 करोड़ रुपये से घटाकर 40,325 करोड़ रुपये किया। कंपनी का 30 जून 2025 तक नेट लोन 79,850 करोड़ रुपये था, जो मार्च 2025 के आंकड़े की तुलना में 3,287 करोड़ रुपये ज्यादा है। इसका मुख्य कारण कार्यशील पूंजी में इंवेस्टमेंट है।
जेएसडब्ल्यू स्टील के इंडियन ऑपरेशंस की नेट इनकम सालाना आधार पर 118 परसेंट बढ़कर 2,517 करोड़ रुपये रही। रेवेन्यू 40,510 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। कर पूर्व आय सालाना आधार पर 38 परसेंट बढ़कर 7,496 करोड़ रुपये हो गई।
जेएसडब्ल्यू स्टील ने एक अलग बयान में बताया कि उसने भूषण स्टील एंड पावर लिमिटेड यानी BPSL से संबंधित सुप्रीम कोर्ट के 2 मई 2025 के फैसले के संबंध में 25 जून 2025 को सुप्रीम कोर्ट के सामने एक पुनर्विचार याचिका दाखिल की है। बीपीएसएल को उसने 2019 में दिवाला कार्यवाही के माध्यम से लगभग 20,000 करोड़ रुपये में अधिग्रहित किया था।
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जेएसडब्ल्यू स्टील ने कहा कि लेनदारों की समिति और समाधान पेशेवर ने भी अलग-अलग पुनर्विचार याचिकाएं दाखिल की हैं। ये याचिकाएं उचित समय पर न्यायालय में सूचीबद्ध की जाएंगी। सुप्रीम कोर्ट ने पुनर्विचार याचिका पर निर्णय होने तक न्यायालय के फैसले के कार्यान्वयन के लिए राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण यानी एनसीएलटी के समक्ष कार्यवाही के संबंध में यथास्थिति बनाए रखने का निर्देश दिया है। जेएसडब्ल्यू स्टील ने कहा है कि हमने अपने कानूनी सलाहकारों के साथ मामले पर गौर किया और हमारा मानना है कि पुनर्विचार याचिका को आगे बढ़ाने के लिए हमारे पास ठोस आधार हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)