गोल्ड रेट (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : सोने की कीमतों में आने वाले कुछ समय में बदलाव देखने को मिल सकता है। बताया जा रहा है कि देश में सोने का इंपोर्ट जनवरी महीने में 40.79 प्रतिशत से बढ़कर 2.68 अरब डॉलर पर रहा है। प्रमुख रुप से लोकल डिमांड बढ़ने के कारण सोने का इंपोर्ट बढ़ गया है। ये जानकारी वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों द्वारा प्राप्त हुई है। 1 साल पहले जनवरी 2024 में सोने का इंपोर्ट 1.9 अरब डॉलर रहा था।
संचयी रूप से चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जनवरी के दौरान सोने का आयात 32 प्रतिशत बढ़कर 50 अरब डॉलर रहा जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 37.85 अरब डॉलर था। इंपोर्ट में बढ़त एक सुरक्षित परिसंपत्ति के रूप में कीमती धातु में इंवेस्टर्स के मजबूत भरोसे का भी संकेत देती है। अन्य कारणों में ग्लोबल अनिश्चितताओं के कारण इंवेस्टमेंट को विविध रूप देने के लिए सोने में निवेश, बैंकों की डिमांड और कस्टम ड्यूटी में कटौती है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस साल अब तक सोने की कीमत में 11 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, जिसके कारण गोल्ड रेट 88,200 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। भारत का सोने का इंपोर्ट 2023-24 में 30 प्रतिशत बढ़कर 45.54 अरब डॉलर रहा। सोने के आयात का देश के चालू खाता घाटे यानी सीएडी पर असर पड़ता है। स्विट्जरलैंड सोने के आयात का सबसे बड़ा सोर्स है। इसकी हिस्सेदारी लगभग 40 प्रतिशत है।
इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात 16 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त और दक्षिण अफ्रीका यानी लगभग 10 प्रतिशत का स्थान है। देश के टोटल इंपोर्ट में कीमती धातु की हिस्सेदारी 5 प्रतिशत से ज्यादा है। सोने के इंपोर्ट में उछाल से देश का व्यापार घाटा यानी आयात और निर्यात के बीच का अंतर जनवरी में 23 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया।
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चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता देश है। इंपोर्ट मुख्य रूप से ज्वेलरी इंडस्ट्री की जरूरतों के लिए है। रत्न एवं आभूषण निर्यात पिछले महीने सालाना आधार पर 15.95 प्रतिशत बढ़कर लगभग तीन अरब डॉलर हो गया। देश में चांदी आयात जनवरी में 82.84 प्रतिशत उछलकर 88.32 करोड़ डॉलर का रहा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)